भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की दो दिनों की समीक्षा बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दे रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 3 दिनों की बैठक में ब्याज दरों में कटौती का फैसला लिया जा सकता है।
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की दो दिनों की समीक्षा बैठक के बाद आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी दे रहे हैं। आरबीआई गवर्नर ने कहा कि उम्मीद है चालू वित्त वर्ष के आखिरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ पॉजिटिव में आ जाएगा। उन्होंने बताया, सभी सेक्टर में ग्रोथ देखने को मिल रही है। उन्होंने कहा कि अब कोविड रोकने से ज्यादा फोकस रिवाइवल पर है।
रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया
त्योहार का सीजन आने वाला है। ऐसे में इस बैठक से उम्मीद थी कि रेपो रेट कम किया जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। आरबीआई गवर्नर ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया गया है। रेपो रेट चार फीसदी पर बरकरार है।
बैठक से पहले आरबीआई ने क्या कहा था?
बैठक से पहले आरबीआई ने कहा था, मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की बैठक 7 से 9 अक्टूबर को होगी। इससे पहले आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमिटी के 3 सदस्यों की नियुक्ति की गई। तीन इकोनॉमिस्ट आशिमा गोयल, जयंत आर वर्मा और शशांक भिडे को एमपीसी के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया।