सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई ने शुक्रवार को रिया चक्रवर्ती से 10 घंटे पूछताछ की। दूसरे दिन भी पूछताछ की जा सकती है। हाल ही में सीबीआई के तीन अधिकारी डीआरडीओ ऑफिस पहुंचे हैं, जिसके बाद माना जा रहा है कि जल्द ही रिया चक्रवर्ती को दोबारा बुलाकर पूछताछ करेगी। सीबीआई रिया चक्रवर्ती का पॉलीग्राफ टेस्ट भी करा सकती है।
मुंबई. सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई ने शुक्रवार को रिया चक्रवर्ती से 10 घंटे पूछताछ की। दूसरे दिन भी पूछताछ की जा सकती है। हाल ही में सीबीआई के तीन अधिकारी डीआरडीओ ऑफिस पहुंचे हैं, जिसके बाद माना जा रहा है कि जल्द ही रिया चक्रवर्ती को दोबारा बुलाकर पूछताछ करेगी। सीबीआई रिया चक्रवर्ती का पॉलीग्राफ टेस्ट भी करा सकती है।
- दूसरी ओर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो भी रिया को समन भेज सकती है। एनसीबी इस मामले में ड्रग्स के एंगल की जांच कर रही है। एनसीबी के डायरेक्टर केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि सुशांत केस में शुरुआती जांच शुरू हो गई है।
क्या होता है पॉलीग्राफ टेस्ट?
पॉलीग्राफ टेस्ट मशीन को झूठ पकड़ने वाली मशीन या लाई डिटेक्टर के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खोज जॉन अगस्तस लार्सन 1921 में की थी । यदि व्यक्ति झूठ बोलता है तो शरीर के अंदर कुछ तत्वों में बदलाव होता है। जिसके आधार पर यह तय किया जाता है कि व्यक्ति सच बोल रहा है या झूठ। भारत के अंदर पॉलीग्राफ का प्रयोग करने से पहले कोर्ट से अनुमति लेना जरूरी है।
कैसे पकड़ा जाता है झूठ
झूठ का पता लगाने के लिए मशीन को व्यक्ति के शरीर से जोड़ा जाता है। उसकी हर्ट रेट ब्लर्ड प्रेसर और दिमाग सिग्नल को देखा जाता है। फिर उससे सवाल पूछा जाता है। यदि वह झूठ बोलता है तो उसके दिमाग से एक सिग्नल P300 (P3)निकलता है। उसका हर्ट रेट और ब्लर्ड प्रेसर बढ़ जाता है। जिसको कम्प्यूटर के अंदर एक सिग्नल के रूप में पढ़ा जाता है।
शुक्रवार को क्या-क्या हुआ?
इससे पहले शुक्रवार को सीबीआई की एक टीम ने रिया से पूछताछ की। इस मामले में सीबीआई ने नीरज, सिद्धार्थ पिठानी, सैमुअल मिरांडा से भी पूछताछ की। इसके अलावा रिया के भाई शौविक से भी पूछताछ की गई। वहीं, रिया इस मामले में मुख्य आरोपी हैं, इसलिए सीबीआई ने पूछताछ से पहले गहराई से इस मामले की जांच की है।