पालघर लिंचिंग पर संघ प्रमुख मोहन भागवत का सवाल- संतों की हत्या के वक्त पुलिस क्या कर रही थी

राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को संघ कार्यकर्ताओं से कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा, यह महामारी नई है। इसने कहर मचाया है। लेकिन हमें इससे डरना नहीं है। हमें आत्मविश्वास और योजना के साथ इससे लड़ना है। इस दौरान उन्होंने पालघर में संतों की हत्या को लेकर पुलिस पर निशाना साधा।  

Asianet News Hindi | Published : Apr 26, 2020 12:11 PM IST

नागपुर. राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को संघ कार्यकर्ताओं से कोरोना वायरस को लेकर चर्चा की। इस दौरान उन्होंने कहा, यह महामारी नई है। इसने कहर मचाया है। लेकिन हमें इससे डरना नहीं है। हमें आत्मविश्वास और योजना के साथ इससे लड़ना है। इस दौरान उन्होंने पालघर में संतों की हत्या को लेकर पुलिस पर निशाना साधा।  

संघ प्रमुख ने वीडियो जारी कर स्वंयसेवकों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, स्वयंसेवकों को लगता होगा कि शाखा बंद है, रोज होने वाले कार्यक्रम बंद हैं तो संघ का काम बंद है। लेकिन ऐसा नहीं है। संघ का काम चल ही रहा है, बस उसका स्वरुप बदल गया है।

पालघर जैसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए- संघ प्रमुख
भागवत ने कहा,  धर्म का आचरण करने वाले, मानव पर उपकार करने वाले संतो की हत्या पालघर में हो गई। पुलिस क्या कर रही थी। ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। संत समाज और विहिप ने श्रद्धांजलि सभा बुलाई। हम सब संतों को नमन करते हैं। 

'संघ के सेवा कार्य चल रहे'
मोहन भागवत ने कहा, कोरोना काल में प्रचंड रूप से संघ के सेवा कार्य चल रहें हैं। इसको समाज देख रहा है। स्वयं के प्रयास से अच्छा बनना और समाज को अच्छा बनाना ही अपना काम है। 

समाज हमारा, इसलिए इसके लिए काम कर रहे-भागवत
उन्होंने कहा, केवल संघ के लोगों के लिए ही नहीं बल्कि समाज के लिए भी कुछ बाते स्पष्ट हैं। अपने स्वार्थ की पूर्ति या अपना डंका बजाने के लिए हम काम नहीं कर रहे। बल्कि यह समाज हमारा है, इसलिए सेवा कर रहें हैं। उन्होंने संघ कार्यकर्ताओं को सीख दी कि अहंकार को त्याग कर बिना श्रेय के काम करना है।

'जितने दिन बीमारी चलेगी, उतने दिन सेवा करनी है'
संघ प्रमुख ने कहा, ये महामारी नई है। इसने कहर मचाया है लेकिन उससे डरना नहीं है। भय को त्याग कर, आत्मविश्वास से इस बीमारी से निपटने के लिए सोच-समझ कर प्रयास करने हैं। जितने दिन बीमारी चलेगी, उतने दिन सेवा और बचाव के कार्य को जारी रखना है।

अपनत्व की भावना, हमारा भाव-भागवत
भागवत ने कार्यकर्ताओं से आगे कहा, ऊबना नहीं चाहिए, थकना चाहिए। जो-जो पीड़ित हैं, सबके लिए करना है। अपने यहां जिन दवाइयों के निर्यात पर थी, वो हटाके भी भारत ने दूसरे देशो की मदद की, क्योंकि यहीं हमारा विचार है। अपनत्व की भावना। अच्छाई का प्रचार-प्रसार भी हमे करते रहना है। ताकि दूसरे लोग भी प्रेरणा लें।

भारत में बहुत अच्छा काम हुआ
सरकार की तारीफ करते हुए संघ प्रमुख ने कहा, दुनिया के मुकाबले भारत में बहुत अच्छा काम हुआ है। क्योंकि प्रशासन ने सभी अहम कदम उठाए। समाज ने सकारात्मक तौर पर चीजों का पालन किया।

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