उदयपुर की घटना पर RSS ने पहली बार की टिप्पणी, मोहन भागवत बोले-अगर कुछ पसंद नहीं तो...

उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या के बाद देशभर में तरह तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ऐसी घटनाओं को लेकर सभी दलों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। शनिवार को आरएसएस और संघ प्रमुख ने बयान जारी किया। 

नई दिल्ली। राजस्थान के उदयपुर में हुई टेलर मास्टर कन्हैयालाल की हत्या पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सत्तारूढ़ बीजेपी के वैचारिक संरक्षक संघ के चीफ भागवत ने कहा कि मुस्लिम समाज को अपने मसलों पर विरोध करने का पूरा अधिकार है, उनको कड़ा से कड़ा विरोध करना चाहिए लेकिन अगर किसी को कुछ पसंद नहीं है तो उसे लोकतांत्रिक ढंग से प्रतिक्रिया न देकर ऐसी हरकत करना सही नहीं। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के साथ-साथ सार्वजनिक भावना को भी ध्यान में रखना चाहिए।

झुंझुनू में हुई प्रांत प्रचारकों की मीटिंग में संघ प्रमुख ने कही ये बातें

Latest Videos

राजस्थान के झुंझुनू में प्रांत प्रचारकों या स्थानीय प्रचारकों की तीन दिवसीय बड़ी बैठक शनिवार को संपन्न हुई। इस दौरान उदयपुर की घटना का भी जिक्र किया गया। संघ के प्रचार प्रमुख (संचार प्रमुख) सुनील आंबेकर ने उदयपुर हत्या की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भारत एक लोकतंत्र है और उन लोगों के लिए संवैधानिक अधिकार हैं जो लोकतांत्रिक तरीके से अपनी शिकायतों को व्यक्त करने के लिए कुछ पसंद नहीं करते हैं।

संघ की ओर से घटना पर जारी हुआ बयान

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि एक सभ्य समाज हमेशा ऐसी घटनाओं की निंदा करता है। हिंदू समुदाय लोकतांत्रिक तरीके से प्रतिक्रिया कर रहा है। मुस्लिम समुदाय से भी इस तरह की कार्रवाई की निंदा करने की उम्मीद है। कुछ बुद्धिजीवियों ने इसकी निंदा की है लेकिन मुस्लिम समुदाय को भी इसके खिलाफ बोलने के लिए आगे आना चाहिए। ये घटनाएं देश या हमारे समाज के हित में नहीं हैं। हर किसी को इसकी निंदा करनी चाहिए।

कौन कौन थे मीटिंग में?

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह (महासचिव) दत्तात्रेय होसबोले, कृष्ण गोपाल, मनमोहन वैद्य, सी आर मुकुंद, अरुण कुमार और राम दत्त सहित आरएसएस के सीनियर लीडर्स मौजूद रहे।

क्या है उदयपुर की घटना?

बीते दिनों उदयपुर में टेलर मास्टर 48 वर्षीय कन्हैयालाल की हत्या कर दी गई थी। मुस्लिम समाज के दो लोगों ने इस हत्या को अंजाम दिया था। दरअसल, एक डिबेट के दौरान बीजेपी की तत्कालीन प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने पैगंबर मुहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी के बाद पूरे देश में बवाल मचा था। देश ही नहीं दुनिया के करीब डेढ़ दर्जन देशों ने नुपुर के बयान पर आपत्ति जताई थी। तमाम मुस्लिम देशों की आपत्ति के बाद भारत सरकार ने इस बयान से किनारा कस लिया था। बीजेपी ने नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था। हालांकि, इसके बावजूद मुस्लिम समाज का विरोध चलता रहा। नुपुर शर्मा के बयान पर उदयपुर के रहने वाले कन्हैयालाल ने समर्थन में पोस्ट लिखा था। टेलरिंग का काम करने वाले कन्हैयालाल के पोस्ट से कुछ लोग खफा थे और उसे धमकियां दे रहे थे।

यह भी पढ़ें:

बर्बाद श्रीलंका में खाने का संकट, लोग सड़कों पर, राष्ट्रपति फरार, बिना नेता के कैसे चलेगा देश?

J & K में प्रोजेक्ट को पास करने को 300 करोड़ का मिला था ऑफर, सत्यपाल मलिक के खुलासे पर CBI का 16 जगहों पर रेड

महाराष्ट्र को 2019 की बाढ़ में बचाने वाले इस IAS अधिकारी ने दिया इस्तीफा, फेसबुक पर लिखा भावुक पोस्ट

Share this article
click me!

Latest Videos

Devendra Fadnavis के लिए आया नया सिरदर्द! अब यहां भिड़ गए Eknath Shinde और Ajit Pawar
कड़ाके की ठंड के बीच शिमला में बर्फबारी, झूमने को मजबूर हो गए सैलानी #Shorts
समंदर किनारे खड़ी थी एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा, पति जहीर का कारनामा हो गया वायरल #Shorts
पहले गई सीरिया की सत्ता, अब पत्नी छोड़ रही Bashar Al Assad का साथ, जानें क्यों है नाराज । Syria News
LIVE 🔴: बाबा साहेब का अपमान नहीं होगा सहन , गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ बर्खास्तगी की उठी मांग'