IT पोर्टल में गड़बड़ी: पांचजन्य ने पूछा सवाल-क्या Infosys विदेशी ग्राहकों को भी ऐसी ही घटिया सर्विस देगी?

Income Tax portal पर आ रहीं गड़बड़ियों को लेकर RSS से जुड़ी पत्रिका पांचजन्य ने इंफोसिस(Infosys) पर तीखा कमेंट किया है। हालांकि इसके जवाब में कांग्रेस नेता जयराम आए हैं।

Asianet News Hindi | Published : Sep 4, 2021 2:54 AM IST

नई दिल्ली. इनकम टैक्स की नई वेबसाइट (Income Tax portal) में आ रही दिक्कतों को लेकर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ RSS से जुड़ी पत्रिका पांचजन्य ने इंफोसिस(Infosys) पर तीखा कमेंट किया है। माल और सेवा कर (GST) पोर्टल को बेंगलुरु स्थित दुनिया की जानी-मानी सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस ने तैयार किया है। इसकी गड़बड़ियों को लेकर पांचजन्य ने एक स्टोरी की है। कवर पेज पर इसके संस्थापक नारायण मूर्ति की तस्वीर के साथ हैडिंग दी है-साख और आघात (प्रतिष्ठा और एक गंभीर नुकसान)।

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क्या इंफोसिस विदेशी ग्राहकों को भी घटिया सेवा देगी
पांचजन्य ने इंफोसिस पर तीखा प्रहार करते हुए लिखा कि इसकी गड़बड़ी से सरकार और उसकी कर संग्रह प्रणाली में विश्वास कम हो गया है। सरकार ने जानी-मानी सॉफ्टवेयर कंपनी को व्यवस्था सरल बनाने का ठेका दिया, लेकिन उसने मामले को उलझा दिया है। इसमें सवाल पूछा गया कि क्या इंफोसिस अपने विदेशी ग्राहकों के लिए इसी तरह की घटिया सेवा प्रदान करेगी।

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वामपंथियों को पोषित करती है इंफोसिस
लेख में इंफोसिस पर यह भी गंभीर आरोप लगाया कि इंफोसिस ट्रस्ट कई वामपंथी संगठनों को आर्थिक मदद करती है। इसमें कई संगठन, मीडिया पोर्टल शामिल हैं। ये खुले तौर पर मोदी सरकार के खिलाफ हैं। पांचजन्य ने पोर्टल पर कंपनियों द्वारा अपलोड किए गए डेटा की गोपनीयता पर भी सवाल उठाए।

कांग्रेस ने किया बचाव
इसी बीच कांग्रेस के सीनियर लीडर जयराम रमेश ने एक tweet करके कहा कि इंफोसिस जैसी कंपनियों ने दुनिया में भारत की स्थिति को बदलने का काम किया है। उन्होंने पांचजन्य में छपे लेख को सरकार की गलतियां छुपाने का एक प्रयास बताया। उन्होंने कहा कि इसकी निंदा होनी चाहिए। जयराम ने इसे राष्ट्र विरोधी भी बताया।

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सरकार ने भेजा है इंफोसिस को नोटि
बता दें कि इनकम टैक्स की नई वेबसाइट में आ रही दिक्कतों को लेकर इन्फोसिस के सीईओ और एमडी सलिल पारेख कुछ दिन पहले वित्त मंत्रालय में पेश हुए थे। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उन्हें नया ई-फाइलिंग पोर्टल शुरू होने के बाद आ रही दिक्कतों और करीब 2.5 महीने बाद भी पोर्टल की गड़बडि़यों का समाधान नहीं किए जाने पर नोटिस भेजकर बुलाया था। वित्त मंत्री ने इंफोसिस के एमडी सलिल पारेख के साथ हुई मीटिंग में सरकार और करदाताओं की गहरी निराशा से अवगत कराया और चिंता जताई थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ई-फाइलिंग पोर्टल की वर्तमान कार्यक्षमता पर करदाताओं के सामने आने वाले दिक्कतों को 15 सितंबर, 2021 तक टीम द्वारा हल किया जाना चाहिए।

750 लोग इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहे, जल्द सबकुछ सही हो जाएगा
इंफोसिस के एमडी सलिल पारेख ने बताया कि वह और उनकी टीम पोर्टल के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए बेस्ट करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 750 से अधिक टीम के सदस्य इस परियोजना पर काम कर रहे हैं और इंफोसिस के सीओओ प्रवीण राव व्यक्तिगत रूप से इस परियोजना की देखरेख कर रहे हैं।

 

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