दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या हुई 46, हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में दोबारा परीक्षा कराएगी CBSE

उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में फिलहाल शांति कायम है। इस हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 पहुंच गई है। वहीं, 200 से ज्यादा लोग घायल है। पुलिस ने रविवार को दो नहरों से चार शव बरामद किए। इसके साथ ही रविवार शाम एक बार फिर हिंसा की अफवाह फैला दी गई। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 2, 2020 3:45 AM IST / Updated: Feb 02 2022, 09:40 AM IST

नई दिल्ली. संशोधित नागरिकता कानून को लेकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुए हिंसा के बाद से अब स्थिति समान्य है। इस हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 पहुंच गई है। वहीं, 200 से ज्यादा लोग घायल है। पुलिस ने रविवार को दो नहरों से चार शव बरामद किए। मृतकों की पहचान अभी नहीं हो पाई है। पुलिस ने कहा कि रविवार को कोई हिंसक घटना सामने नहीं आई। पुलिस ने कहा कि सोशल मीडिया पर दक्षिण-पूर्व और पश्चिम दिल्ली में तनाव की खबरें फैल रही हैं, ये सब अफवाहें हैं। 

पुलिस ने कहा कि उत्तर पूर्वी दिल्ली के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में फिलहाल शांति कायम है। प्रशासन ने यहां एक महीने के लिए धारा-144 लगाई है, लेकिन शनिवार सुबह इसमें 4 घंटे की छूट दी गई थी। पुलिस ने अब तक 254 एफआईआर दर्ज कीं, 903 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। पिछले दो दिन में उत्तर पूर्वी जिले से हिंसा का कोई मामला सामने नहीं आया है। पुलिस लोगों से सोशल मीडिया पर फैलाई जाने वाले अफवाहों पर ध्यान न देने और इसकी शिकायत अधिकारियों से करने के लिए कह रही है।

कुछ आराजक तत्व अफवाह फैला रहे: पुलिस

दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा- कुछ अराजक तत्व ऐसी अफवाहें फैला रहे हैं, जिससे शांति व्यवस्था में बाधा आए। लोगों को आगाह किया जा रहा है कि इन अफवाहों पर भरोसा न करें। पूरी दिल्ली में कानून व्यवस्था नियंत्रण में है। 

दिल्ली के नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाएं और शांति बनाए रखने में मदद करें। हमें जनकपुरी ईस्ट, जनकपुरी वेस्ट, ख्याला, हरिनगर, मदनपुर खादर समेत कई इलाकों से पैनिक कॉल आई हैं। पुलिस सोशल मीडिया की निगरानी कर रही है। अफवाह फैलाने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

सात मेट्रो स्टेशन आधे घंटे तक बंद किए गए

दिल्ली मेट्रो के मुताबिक, अफवाहों के बीच तिलक नगर, नांगलोई, सूरजमल स्टेडियम, बदरपुर, तुगलकाबाद, उत्तम नगर वेस्ट और नवादा मेट्रो स्टेशन को कुछ देर के लिए बंद कर दिया गया था। हालांकि, करीब आधे घंटे के बाद सभी मेट्रो फिर से शुरू कर दिए गए।

हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में CBSE दोबारा कराएगी परीक्षा 

इस बीच, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने दिल्ली हिंसा में प्रभावित इलाकों के छात्रों की दोबारा परीक्षा कराने का फैसला लिया है। सीबीएसई ने कहा कि दो मार्च से पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत परीक्षाएं होंगी। हिंसा प्रभावित इलाकों में अभी स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा। ऐसे में जो छात्र सात मार्च तक परीक्षा नहीं दे पाएंगे, उनकी सूची स्कूलों से मांगी गई है। इन छात्रों के लिए दोबारा परीक्षा कराएंगे। इससे पहले हिंसा प्रभावित क्षेत्र के बच्चों ने एडमिट कार्ड और किताबें न होने की शिकायत की थी। बच्चों की परीक्षा का मामला कोर्ट भी पहुंचा था। कोर्ट ने कहा था मौजूदा समय में बोर्ड परीक्षाएं दूसरे सेंटर पर कराना सही विकल्प नहीं होगा।

जारी है पुलिस की कार्रवाई

एक तरफ हिंसा प्रभावित इलाकों में शांति का संदेश पहुंचाया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर दिल्ली पुलिस ने अब एक्शन लेना शुरू कर दिया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, अभी तक दिल्ली पुलिस ने 254 FIR दर्ज की हैं, इसके अलावा 903 लोगों को गिरफ्तार किया है या फिर हिरासत में लिया है। इनमें से करीब 41 केस आर्म्स एक्ट में दर्ज किए गए हैं। साथ ही साथ दिल्ली पुलिस की ओर से अफवाहों को दूर करने का काम किया जा रहा है।

कैसे फैली अफवाह

रविवार शाम की एक घटना से कई इलाकों में हिंसा की अफवाह फैल गई। एहतियातन फौरन दिल्ली मेट्रो ने सात मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए। लोगों के बीच तेजी से खबर फैली कि राजौरी गार्जन, ख्याला समेत कई इलाकों में हिंसा हो रही है। कई लोगों ने गोलियां चलने की भी बात कही, जिसके बाद अचानक ही लोग फिर से दहशत में आ गए। 

दिल्ली पुलिस ने बताया कि पश्चिमी दिल्ली के ख्याला इलाके में पुलिस सट्टेबाजों के ठिकानों पर रेड करने पहुंची थी। इस वजह से वहां मौजूद लोग भागे। लोगों ने जैसे ही उन्हें भागते देखा, लगा कि फिर से हिंसा फैल गई। उसके बाद आसपास के इलाके में भी अफवाह फैल गई। 

फैलती गई अफवाह

पश्चिमी दिल्ली के रघुवीर नगर, ख्याला उत्तम नगर, तिलक नगर में दुकानें बंद हो गईं। मॉल में भी अफरा-तफरी का माहौल हो गया। हालांकि इस अफरा-तफरी के बीच दिल्ली पुलिस के तमाम अफसर तुरंत सड़क पर उतर आए और मोर्चा संभाल लिया। साथ ही लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील करते हुए समझाया-बुझाया। 

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