कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच अच्छी खबर सामने आ रही है। कोरोना वायरस की रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी 15 जून से दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक, हालांकि, स्पुनिक वी किस प्रोग्राम के तहत लगाई जाएगी, यह वैक्सीन की मिलने वाली खेप पर डिपेंड करता है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बीच अच्छी खबर सामने आ रही है। कोरोना वायरस की रूसी वैक्सीन स्पुतनिक वी 15 जून से दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल में मिलेगी। सूत्रों के मुताबिक, हालांकि, स्पुनिक वी किस प्रोग्राम के तहत लगाई जाएगी, यह वैक्सीन की मिलने वाली खेप पर डिपेंड करता है।
देश में 17 मई से पायलट बेसिस पर रूसी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है। वैक्सीन अपोलो हॉस्पिटल और डॉ रेड्डी लैब के संयुक्त कार्यक्रम के तहत लगाई जा रही है। 18 मई से वैक्सीन विशाखापट्टनम में भी लगाई जाने लगी। वहीं, अपोलो के अलावा हैदराबाद के कॉन्टिनेंटल हॉस्पिटल में भी स्पुतनिक वैक्सीन उपलब्ध है।
1145 है एक डोज की कीमत
केंद्र सरकार द्वारा जारी की गई कीमत के मुताबिक, प्राइवेट अस्पतालों में स्पुतनिक की एक डोज 1145 रु की होगी। रूस के डायरेक्ट इंवेस्टमेंट फंड ने 10 जून को बहरीन की हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा वैक्सीनेशन अभियान के दौरान स्पुतनिक वैक्सीन को 94.3% असरदार बताया था।
भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सिन का भी हो रहा इस्तेमाल
भारत में स्पुतनिक वी वैक्सीन का इस्तेमाल काफी सीमित स्तर पर हो रहा है। अभी देश में सीरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन लगाई जा रही है।