आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव की मौजूदा स्थिति के बारे डॉक्टरों ने दी जानकारी, बताई शुरू से अंत तक की सारी कहानी, जानें हर बात

इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि 15 मार्च को सद्गुरु ने वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट डॉ विनीत सूरी से लगभग 3:45 बजे बेहद गंभीर सिरदर्द को लेकर सलाह ली।

sourav kumar | Published : Mar 21, 2024 1:51 AM IST

सद्गुरु जग्गी वासुदेव। प्रसिद्ध आध्यात्मिक प्रवक्ता सद्गुरु जग्गी वासुदेव की कल बुधवार (20 मार्च) को ब्रेन सर्जरी की गई। उनकी सर्जरी नई दिल्ली के इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में इमरजेंसी कंडीशन में की गई। इसके बाद उनकी स्थिति ठीक बताई जा रही है। बताया ये जा रहा है कि उनकी ब्रेन में ब्लीडिंग हो रही थी, जिसके वजह से पिछले 1 महीने से उनके सिर में जोर का दर्द हो रहा था। 

ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने उनके स्थिति के बारे में जानकारी दी। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि 15 मार्च को सद्गुरु ने वरिष्ठ सलाहकार न्यूरोलॉजिस्ट डॉ विनीत सूरी से लगभग 3:45 बजे बेहद गंभीर सिरदर्द को लेकर सलाह ली। इस पर डॉ विनीत सूरी को तुरंत सबड्यूरल हेमेटोमा का संदेह हुआ और उन्होंने तत्काल MRI की सलाह दी। सद्गुरु ने उसी दिन शाम 4:30 बजे इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में ब्रेन का MRI कराया, जिसके बाद ब्रेन में खून का पता चला।

डॉक्टरों ने बताया कि 3-4 हफ्ते के दौरान सद्गुरु के क्रोनिक ब्लीडिंग के बाद 24 से 48 घंटे के बाद एक और जगह ब्लीडिंग के बारे में पता चला। सद्गुरु को तत्काल अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन 15 मार्च और 16 मार्च को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव कार्यक्रम में जाने की वजह से वो भर्ती नहीं हुए।डॉ. सूरी के अनुसार सद्गुरु ने कहा कि मैंने अपने पिछले 40 वर्षों में कभी भी एक भी बैठक नहीं छोड़ी है। 

उन्होंने इस दौरान पेन किलर टेबलेट खाकर प्रोग्राम में शामिल होने के गए। 17 मार्च को सद्गुरु की तकलीफ और बढ़ गई, जिसके वजह से वो बेहोश हो गए और उनके बाएं पैर में कमजोरी महसूस होने लगी। इसके अलावा उन्हें बार-बार उल्टी की शिकायत होने लगी। इसके बाद उन्हें 17 मार्च को डॉ विनीत सूरी की देखरेख में इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया।

17 मार्च से शुरू हुई सद्गुरु के इलाज की प्रक्रिया

डॉ. सूरी के अनुसार 17 मार्च को सद्गुरु इलाज के लिए तैयार हुए। उसी दिन से सद्गुरु की न्यूरोलॉजिकल स्थिति तेजी से बिगड़ रही थी और तत्काल सीटी स्कैन से पता चला कि मस्तिष्क में सूजन में बढ़ोतरी दिखी। उनका दिमाग एक तरफ से खिसकता हुआ दिखाई दे रहा था, जो जानलेवा साबित हो सकता था।

 सद्गुरु के लिए डॉ. विनित सूरी, डॉ. प्रणव कुमार, डॉ. सुधीर त्यागी और डॉ. एस चटर्जी सहित डॉक्टरों की एक टीम तैयार की गई। डॉक्टरों की टीम द्वारा ब्रेन में ब्लीडिंग को हटाने के लिए कुछ घंटों के भीतर उनकी आपातकालीन ब्रेन सर्जरी की गई। सर्जरी के बाद सद्गुरु को वेंटिलेटर से हटा दिया गया।

पीएम मोदी ने सद्गुरु के स्वास्थ्य को लेकर की कामना

सद्गुरु ने बुधवार को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर अस्पताल के बिस्तर से एक वीडियो भी पोस्ट किया। सद्गुरु ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अपोलो अस्पताल के न्यूरोसर्जन ने कुछ खोजने की कोशिश करने के लिए मेरी खोपड़ी को काटा लेकिन कुछ नहीं मिला। ये पूरी तरह से खाली। इसलिए उन्होंने हार मान ली और इसे ठीक कर दिया। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्होंने आध्यात्मिक नेता से बात की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। 

 

 

पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सद्गुरु जेवी जी से बात की और उनके अच्छे स्वास्थ्य और शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।" पीएम मोदी के संदेश का जवाब देते हुए सद्गुरु ने कहा कि वह प्रधानमंत्री की चिंता से अभिभूत' हैं। सद्गुरु ने लिखा, "प्रिय प्रधानमंत्री जी, मुझे आपकी चिंता नहीं होनी चाहिए। आपके पास आचरण करने के लिए एक राष्ट्र है। आपकी चिंता से अभिभूत हूं, मैं ठीक होने की राह पर हूं। धन्यवाद।"

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