हरियाणा के चरखी में बुजुर्ग दंपति के सुसाइड से पहलवान संग्राम सिंह दुखी, कहा- 2 रोटी का भी इंतजाम ना कर सका हाई प्रोफाइल परिवार

हरियाणा के चरखी में रिटायर्ड सेनाकर्मी जगदीश चंद्र और उनकी वाइफ भागली देवी ने लगभग 80 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली। वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें कोई दो रोटी देने वाला नहीं था।

 

Manoj Kumar | Published : Apr 1, 2023 5:17 PM IST / Updated: Apr 01 2023, 10:59 PM IST

Sangram Singh On Charkhi Suicide Case. हरियाणा के चरखी में रिटायर्ड सेनाकर्मी जगदीश चंद्र और उनकी वाइफ भागली देवी ने लगभग 80 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली है। वह भी सिर्फ इसलिए क्योंकि उन्हें कोई दो रोटी देने वाला नहीं था। इस घटना से दुखी संग्राम सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है और ऐसे बच्चों को सबक दिया है जो अपने बूढ़े मां-बाप को उम्र के अंतिम पड़ाव पर छोड़ देते हैं।

संग्राम सिंह ने क्या कहा

भारतीय पहलवान संग्राम सिंह हरियाणा के चरखी में 77-78 साल के दंपति की आत्महत्या मामले से बेहद दुखी हैं। उन्होंने अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो मैसेज शेयर किया है जिसमें वे कह रहे हैं कि इस दंपत्ति का क्या कसूर था। उनके बेटे और पोते डॉक्टर-इंजीनियर हैं, जो विदेश में पैसा कमा रहे हैं। लेकिन भारत के हरियाणा राज्य के चरखी में रहने वाले इस बुजुर्ग दंपत्ति ने सिर्फ इसलिए जान दे दी क्योंकि उन्हें कोई दो रोटी देने वाला नहीं था। संग्राम ने साफ कहा कि हम किन नालायकों के साथ रहते हैं जो दो रोटी की भी व्यवस्था नहीं कर सकते। करीब 11 मिनट के वीडियो में संग्राम सिंह ने बुजुर्ग दंपति के परिवार वालों पर कई सवाल खड़े किए हैं, जो कि आज के समाज में हर जगह देखा जा रहा है।

कैसे की दंपति ने आत्महत्या

जानकारी के अनुसार मूलरूप से हरियाणा के गांव गोपी निवासी रिटायर्ड सेनाकर्मी जगदीशचंद जिनकी उम्र 78 वर्ष थी और उनकी वाइफ भागली देवी जिनकी उम्र 77 वर्ष थी। वे दोनों अपने बेटे विरेंद्र के पास बाढड़ा में रहते थे। विरेंद्र आर्य के बेटे विवेक आर्य 2021 में आईएएस अधिकारी बने। इस समय वो करनाल में बतौर ट्रेनी आईएएस काम कर रहे हैं। लेकिन इस दंपत्ति ने यानि जगदीशचंद और उनकी पत्नी भागली देवी ने बाढड़ा स्थित अपने आवास पर जहरीला पदार्थ निगल लिया और जान दे दी।

30 करोड़ की संपत्ति लेकिन दो रोटी नहीं दे सके

संग्राम अपने वीडियो में कहते हैं कि एक पोता आईएएल अधिकारी है और दूसरा इंजीनियर है लेकिन वे अपने दादा के लिए दो रोटी की व्यवस्था नहीं कर पाए। रिपोर्ट्स की मानें तो इस परिवार के पास करीब 30 करोड़ की संपत्ति है बुजुर्गों के लिए दो रोटी नहीं थी। दंपत्ति ने मरने से पहले कहा कि हमारे साथ बेटे और बहुओं ने जो किया, उसके लिए सरकार और समाज को उन्हें दंड देना चाहिए। यह दर्द एक बुजुर्ग दंपती ने मरने से पहले पुलिस को सौंपे एक सुसाइड नोट में बयां किया है।

कहां की है यह दर्दनाक घटना

यह घटना हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बाढड़ा क्षेत्र के गांव गोपी की है। यहां पर करोड़पति बेटा और बहू घर के दो बुजुर्गों को दो रोटी नहीं दे सके तो बुजुर्ग माता-पिता ने जहरीला पदार्थ निगलकर आत्महत्या कर ली। बुजुर्ग दंपत्ति का पोता आईएएस अधिकारी है। बुजुर्ग ने सुसाइड नोट में बेटे और बहुओं पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। पुलिस ने मामला भी दर्ज किया है लेकिन इस घटना ने बड़े-बड़े लोगों को हिलाकर रख दिया है। पहलवान संग्राम सिंह ने इसी घटना को लेकर सोशल मीडिया पोस्ट किया है और परिवार का उदाहरण देकर लोगों को समझाने की कोशिश की है।

यह भी पढ़ें

फिर मुश्किल में फंसे राहुल गांधी: कांग्रेस नेता के खिलाफ एक और मानहानि का मुकदमा, आरएसएस की तुलना कौरवों से करने पर दायर हुई याचिका

 

Share this article
click me!