CM हेल्पलाइन पर झूठी शिकायत का हैरान कर देने वाला अंजाम, युवक को मिली सार्वजनिक सजा! और फिर...

Published : May 08, 2025, 08:25 AM ISTUpdated : May 08, 2025, 08:57 AM IST
A young man doing sit-ups while holding his ears in Satna

सार

CM हेल्पलाइन पर बिजली की झूठी शिकायत करना युवक को भारी पड़ गया! जांच में निकला फर्जीवाड़ा, बिना कनेक्शन ले रहा था बिजली… फिर जो हुआ, उसने सबको चौंका दिया। उठक-बैठक करवाई गई, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।

Satna News: CM हेल्पलाइन पर बिजली न मिलने की शिकायत करना एक युवक को इतना भारी पड़ जाएगा, किसी ने सोचा नहीं था। सतना जिले के निमहा गांव में बिजली विभाग की टीम जब जांच के लिए पहुंची, तो शिकायतकर्ता खुद ही रंगे हाथों पकड़ा गया। उसके खिलाफ न सिर्फ कानूनी कार्रवाई हुई बल्कि उसने कान पकड़कर उठक-बैठक भी की, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

CM हेल्पलाइन पर युवक की शिकायत बनी मुसीबत

प्रिंस यादव नाम के युवक ने विद्युत वितरण केंद्र कोटर के अंतर्गत सीएम हेल्पलाइन पर बिजली न मिलने की शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के निराकरण के लिए जब मामला उच्च अधिकारियों के पास पहुंचा, तो विभाग ने टीम भेजकर मौके की जांच करवाई।

जांच में खुला फर्जीवाड़ा, निकला अवैध कनेक्शन

जांच टीम ने जब युवक के घर पहुंचकर बिजली सप्लाई की स्थिति देखी, तो चौक गई। प्रिंस यादव के पास न तो बिजली का वैध कनेक्शन था और न ही कोई बिलिंग रिकॉर्ड। इसके बावजूद वह घर में मोटर पंप, बोरवेल जैसे उपकरणों से बिजली का उपयोग करता पाया गया।

कान पकड़कर युवक से लगवाई गई उठक-बैठक 

जांच टीम ने युवक को पहले समझाया, फिर उसके झूठ का पर्दाफाश होने पर उससे उठक-बैठक करवाई गई। युवक ने गलती स्वीकार करते हुए स्वयं कान पकड़कर पांच बार उठक-बैठक की। इस पूरी घटना का वीडियो मौके पर मौजूद लोगों ने बना लिया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है।

धारा 135 के तहत केस दर्ज, विभाग ने दी सख्त चेतावनी

बिजली विभाग के JE आरके तिवारी ने बताया कि युवक के खिलाफ विद्युत अधिनियम की धारा 135 के अंतर्गत विधिवत प्रकरण दर्ज किया गया है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि युवक ने अपनी गलती मानकर उठक-बैठक खुद की, विभाग ने उसे इसके लिए बाध्य नहीं किया।

फर्जी शिकायत पर सख्ती, मिली वैध कनेक्शन की हिदायत

अब युवक को चेतावनी दी गई है कि वह जल्द से जल्द वैध बिजली कनेक्शन ले अन्यथा भविष्य में और कड़ी कार्रवाई हो सकती है। यह मामला अब न केवल प्रशासनिक कार्रवाई का उदाहरण बना है, बल्कि झूठी शिकायतों की हकीकत भी सामने लाता है।

 

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