Saugat-e-Modi Gift Pack: BJP अल्पसंख्यक मोर्चा ने Saugat-e-Modi अभियान के तहत Eid 2025 पर 32 लाख गरीब मुस्लिम परिवारों को गिफ्ट पैक देने की योजना बनाई है जिसमें खाने-पीने की चीजों और कपड़ों के पैकेट बांटे गए। जानें पूरी खबर।
Saugat-e-Modi Gift Pack: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने ईद (Eid 2025) के अवसर पर ‘Saugat-e-Modi’ नामक एक विशेष अभियान शुरू किया है। सौगात-ए-मोदी अभियान में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा देशभर के 32 लाख गरीब मुस्लिम परिवारों को गिफ्ट पैक बांटेगी। इस अभियान में 32,000 बीजेपी कार्यकर्ता विभिन्न मस्जिदों के साथ मिलकर इन गिफ्ट्स को बांटेंगे।
BJP अल्पसंख्यक मोर्चा (Minority Morcha) ने इस पहल की शुरुआत मुंबई से की। यहां नवी मुंबई में 200 जरूरतमंद लोगों को ‘Saugat-e-Modi’ किट दी गई। इसी क्रम में मंगलवार को दिल्ली के बस्ती हजरत निजामुद्दीन स्थित गालिब अकादमी (Ghalib Academy, Delhi) में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय प्रभारी दुष्यंत कुमार गौतम (Dushyant Kumar Gautam) शामिल हुए।
सौगात-ए-मोदी गिफ्ट पैक में खाने-पीने का सामान, कपड़े, सेवइयां, खजूर, मेवे और चीनी शामिल हैं। महिलाओं के लिए सलवार-सूट का कपड़ा और पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा कपड़ा भी इसमें दिया जा रहा है। एक किट की अनुमानित लागत 500-600 रुपये बताई जा रही है।
इस अभियान के तहत हर कार्यक्रम में 100 जरूरतमंद लोगों को गिफ्ट पैक दिया जाएगा। BJP अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारी मस्जिद समितियों की मदद से जरूरतमंद लोगों की पहचान करेंगे और उन्हें ‘Saugat-e-Modi’ किट उपहार स्वरूप भेंट करेंगे।
यह अभियान न केवल जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों की मदद के लिए है बल्कि इसके जरिए BJP की पहुंच मुस्लिम समाज तक बढ़ाने की भी कोशिश की जा रही है।
अखिल भारतीय इमाम एसोसिएशन (All India Imam Association) के मौलाना साजिद राशिदी (Maulana Sajid Rashidi) ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह मुस्लिम समुदाय के BJP के प्रति दृष्टिकोण को बदलने में मदद कर सकती है। उन्होंने इसे ‘तुष्टीकरण की राजनीति’ से अलग एक सकारात्मक कदम बताया।
BJP का ‘Saugat-e-Modi’ अभियान ईद के मौके पर गरीब मुस्लिम परिवारों को सहायता पहुंचाने और अल्पसंख्यक समुदाय के साथ संवाद स्थापित करने की एक बड़ी पहल मानी जा रही है। इससे BJP को बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव में फायदा मिलने की संभावना है। हालांकि, विधानसभा चुनावों के पूर्व किया जा रहा यह प्रयोग, आने वाले लोकसभा चुनाव 2029 (Lok Sabha Elections 2029) से पहले मुस्लिम समुदाय में अपनी पकड़ मजबूत करने का अवसर भी माना जा रहा है।