शुक्रवार को वाम मोर्चा के कार्यकर्ता रोजगार की मांग करते हुए सचिवालय की तरफ मार्च कर रहे थे। तभी पुलिस के साथ इन कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई। जिसके चलते कई लोग घायल हो गए।
हावड़ा. पश्चिम बंगाल में बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन करने निकले युवाओं को सरकार ने रोजगार देने की बजाय पुलिस की लाठियां उपहार में दी। दरअसल शुक्रवार को वाम मोर्चा के कार्यकर्ता रोजगार की मांग करते हुए सचिवालय की तरफ मार्च कर रहे थे। तभी पुलिस के साथ इन कार्यकर्ताओं की झड़प हो गई। जिसके चलते कई लोग घायल हो गए। सूत्रों के अनुसार, माकपा की छात्र एवं युवा शाखा के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर पथराव किया। इसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया।
क्या है पूरा मामला ?
स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) और डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) के सदस्यों ने राज्य के युवाओं के लिए रोजगार के अवसरों की मांग करते हुए गुरुवार को सिंगूर से रैली निकाली थी। इस रैली को शुक्रवार की दोपहर को राज्य सचिवालय पर समाप्त होना था। रैली सिंगूर में उस स्थान से निकाली गई थी जहां टाटा का नैनो कार संयंत्र लगना था लेकिन विरोध के चलते उसे यहां यह परियोजना रद्द करनी पड़ी थी। पर बीच में ही पुलिस से झड़प हो जाने के कारण रैली सफल नहीं हो पाई।
(नोट- यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)