
Sharda University Student Suicide Case: ग्रेटर नोएडा के शारदा यूनिवर्सिटी में बीडीएस सेकेंड ईयर की एक छात्रा ने हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा गुरुग्राम की रहने वाली थी। छात्रा ने सुसाइड नोट में विभाग के कुछ प्रोफेसरों पर मानसिक उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
इस घटना के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए विभागाध्यक्ष समेत 4 प्रोफेसरों को सस्पेंड कर दिया है और उन्हें कैंपस में आने से रोक दी है। सभी को कारण बताओ नोटिस भेजकर जवाब भी मांगा गया है। छात्रा की मौत के बाद यूनिवर्सिटी में छात्रों और सामाजिक संगठनों में नाराजगी है। कई संगठन प्रदर्शन कर रहे हैं और जांच की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने अब तक विभाग के कई स्टाफ और हॉस्टल वार्डन से पूछताछ की है। छात्रा के विभाग को फिलहाल सील कर दिया गया है और वीडियो सबूतों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। फिलहाल कैंपस और हॉस्टल के बाहर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है ताकि माहौल शांत रहे। अब तक पुलिस ने दो शिक्षकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है, बाकी संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
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18 जुलाई को शारदा यूनिवर्सिटी में बीडीएस सेकंड ईयर की छात्रा ज्योति अपने हॉस्टल के कमरे में फांसी के फंदे से लटकी हुई मिली थी । घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला था जिसमें उसने छह लोगों के नाम लेते हुए मानसिक उत्पीड़न और बार-बार अपमानित किए जाने की बात लिखी गई थी। ज्योती के परिजनों और छात्रों का कहना है कि वह लंबे समय से तनाव में थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मौत का कारण फांसी के चलते दम घुटना बताया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए यूनिवर्सिटी परिसर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।