
Shashi Tharoor on Vote Fraud Allegations: वरिष्ठ सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने विपक्ष के नेता राहुल गांधी के ‘वोट चोरी’ (Vote Fraud) आरोप पर खुलकर बात रखी है। ऑपरेशन सिंदूर को लेकर पार्टी में विरोध और सत्ता पक्ष की वाह-वाही हासिल करने वाले शशि थरूर ने राहुल गांधी के आरोपों का पुरजोर समर्थन किया है। शशि थरूर के समर्थन से चुनाव आयोग ही नहीं बीजेपी भी बैकफुट पर है।
राहुल गांधी ने गुरुवार को कर्नाटक (Karnataka) में 2024 लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) के दौरान बड़े पैमाने पर वोटिंग धांधली का आरोप लगाते हुए BJP और चुनाव आयोग (Election Commission of India) पर मिलीभगत का आरोप लगाया था। राहुल गांधी ने हजारों पन्नों की वोटरलिस्ट का सबूत पेश करते हुए प्रेसवार्ता में स्क्रीन पर उसका प्रदर्शन किया। राहुल गांधी के आरोपों से पूरे देश में हलचल मच गई। आयोग की विश्वसनीयता पर संदेह व्यक्त किया जाने लगा। उधर, आयोग के समर्थन में बीजेपी नेता उतर गए और राहुल गांधी के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दिए।
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राहुल गांधी के आरोपों के बीच बीजेपी को यह उम्मीद थी कि शशि थरूर इस मुद्दे पर भी कांग्रेस के विपरीत ही अपना स्टैंड रखेंगे। लेकिन थरूर ने राहुल गांधी के पक्ष में खुलकर बैटिंग कर सत्ता पक्ष को सदमें डाल दिया। तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने ऑनलाइन पोस्ट में कहा कि ये गंभीर सवाल हैं जिन पर सभी दलों और वोटरों के हित में गंभीरता से चर्चा होनी चाहिए। हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था इतनी कीमती है कि इसे लापरवाही, अक्षमता या जानबूझकर छेड़छाड़ से कमजोर नहीं होने दिया जा सकता। उन्होंने EC से तुरंत कार्रवाई करने और देश को जानकारी देने की अपील की।
थरूर का यह समर्थन ऐसे वक्त आया है जब ‘ऑपरेशन सिंदूर’ (Operation Sindoor) पर कांग्रेस की आधिकारिक लाइन से उन्होंने असहमति जताई थी और लोकसभा बहस में हिस्सा नहीं लिया था। बावजूद इसके, उन्होंने इस विवाद में राहुल गांधी का साथ देकर राजनीतिक हलकों में नए सियासी संकेत दिए हैं।
राहुल गांधी ने दावा किया कि बेंगलुरु सेंट्रल सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान एक लाख से अधिक वोट चोरी हुए। उन्होंने पावरपॉइंट प्रेजेंटेशन के जरिए आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने BJP के साथ मिलकर कोरियोग्राफ्ड शेड्यूल के तहत चुनाव कराया।
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी को शपथपत्र के साथ औपचारिक शिकायत दर्ज करने को कहा है। BJP के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने कहा कि अगर राहुल गांधी के पास सच में सबूत हैं तो वे नामों की सूची के साथ घोषणा-पत्र क्यों नहीं जमा करते?
कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने भी अपने भाई का बचाव करते हुए कहा कि राहुल गांधी जी ने इतना बड़ा खुलासा किया है, इसकी जांच होनी चाहिए। चुनाव आयोग अपनी ही वोटर लिस्ट और डेटा स्वीकार करने को तैयार क्यों नहीं है? उन्होंने आरोप लगाया कि BJP और चुनाव आयोग के बयानों से साफ है कि बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है।