महाराष्ट्र में सरकार गठन पर भाजपा का भरोसा विधायकों की खरीद-फरोख्त की ओर इशारा करता है: शिवसेना

Published : Nov 16, 2019, 10:31 AM ISTUpdated : Nov 16, 2019, 01:31 PM IST
महाराष्ट्र में सरकार गठन पर भाजपा का भरोसा विधायकों की खरीद-फरोख्त की ओर इशारा करता है: शिवसेना

सार

महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिशों में जुटी शिवसेना ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुख्यपत्र सामना के जरिए भाजपा नेताओं के बयानों पर तंज कसा है।

मुंबई. महाराष्ट्र में सरकार बनाने की कोशिशों में जुटी शिवसेना ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है। शिवसेना ने अपने मुख्यपत्र सामना के जरिए भाजपा नेताओं के बयानों पर तंज कसा है। शिवसेना ने लिखा, राज्य में नए समीकरण बनता देखकर कई लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है। 'कौन सरकार बनाएगा देखता हूं' अपरोक्ष रूप से इस प्रकार की भाषा और कृत्य किए जा रहे हैं।

शिवसेना ने आरोप लगाया कि शुरुआत में सरकार गठन से पीछे हटने के बाद भाजपा अब महाराष्ट्र में सरकार गठित करने का भरोसा जता रही है और राष्ट्रपति शासन की आड़ में घोड़ाबाजार लगाने (विधायकों की खरीद-फरोख्त करने) की उसकी मंशा साफ दिखाई दे रही है।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान को लेकर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन छह महीने से अधिक नहीं चलेगा।

'ये मानसिक अवस्था 105 वालों के लिए खतरनाक'
सामना में लिखा गया है, ''ऐसे श्राप भी दिए जा रहे हैं कि अगर सरकार बन भी गई तो वैसे और कितने दिन टिकेगी देखते हैं। ऐसा ‘भविष्य’ भी बताया जा रहा है कि 6 महीने से ज्यादा सरकार नहीं टिकेगी। ये नया धंधा लाभदायक भले हो लेकिन ये अंधश्रद्धा कानून का उल्लंघन है। अपनी कमजोरी को छुपाने के लिए ये हरकत महाराष्ट्र के सामने आ रही है। हम महाराष्ट्र के मालिक हैं और देश के बाप हैं, ऐसा किसी को लगता होगा तो वे इस मानसिकता से बाहर आएं। ये मानसिक अवस्था 105 वालों के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है। ऐसी स्थिति ज्यादा समय रही तो मानसिक संतुलन बिगड़ जाएगा और पागलपन की ओर यात्रा शुरू हो जाएगी।''

'भाजपा का आत्मविश्वास झाग बनकर निकल रहा'
शिवसेना ने आगे लिखा, ''कल आए नेता को जनता पागल या मूर्ख साबित करे ये हमें ठीक नहीं लगता। एक तो नरेंद्र मोदी जैसे नेता के नाम पर उनका खेल शुरू है और इसमें मोदी का ही नाम खराब हो रहा है। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग गया है और राष्ट्रपति शासन लगने के बाद 105 वालों का आत्मविश्वास इस प्रकार झाग बनकर निकल रहा है। मानो मुंबई किनारे के अरब सागर की लहरें उछाल मार रही हों।''

फडणवीस और अमित शाह के बयान का भी जिक्र
सामना में आगे लिखा गया है, ''पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने विधायकों को बड़ी विनम्रता से कहा कि बिंदास रहो, राज्य में फिर से भाजपा की ही सरकार आ रही है। कल ही भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि राज्य में जिसके पास 145 का आंकड़ा है उसकी सरकार आएगी और ये संवैधानिक रूप से सही है। हालांकि, अब जो ऐसा कह रहे हैं कि अब भाजपा की सरकार आएगी वे 105 वाले पहले ही राज्यपाल से मिलकर साफ कह चुके हैं कि हमारे पास बहुमत नहीं है! इसलिए सरकार बनाने में हम असमर्थ हैं, ऐसा कहनेवाले राष्ट्रपति शासन लगते ही 'अब सिर्फ हमारी सरकार है!' ये किस मुंह से कह रहे हैं?''

राज्यपाल से मिलेंगे तीनों दल के नेता
इसी बीच एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के नेताओं का दल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात करेगा। हालांकि, ये तीनों दल किसानों की स्थिति और बेमौसम बारिश के चलते नुकसान के मुद्दे पर राज्यपास से बात करेंगे।

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