शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में कांग्रेस, एनसीपी गठबंधन की सरकार महाराष्ट्र में चल रही है। तीन अलग अलग विचारधारा वाली पार्टियों का यह बेमेल गठबंधन दो साल से चल रहा है। बीते दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पीएम मोदी से मुलाकात, कांग्रेस और एनसीपी के नेताओं का अलग-अलग बयान इस गठबंधन में पड़ रही दरार को जाहिर कर रहा है।
नई दिल्ली। शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने गुरुवार को साफ किया कि शिवसेना बीजेपी के साथ कोई समझौता करने नहीं जा रही है। उन्होंने कहा कि अलायंस की कोई संभावना नहीं है। हालांकि, पीएम मोदी और ठाकरे परिवार के बीच मधुर संबंध होने की बात कही, जोकि राजनीति से अलग है।
पीएम मोदी से शिवसेना की दुश्मनी नहीं
शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि पीएम मोदी के साथ शिवसेना की कोई निजी दुश्मनी नहीं है। वह हमारे देश के प्रधानमंत्री हैं। दोनों नेताओं के बीच पहले से अच्छे संबंध रहे हैं।
जब गठबंधन टूटा था तो मतभेद हुए थे
संजय राउत ने कहा कि जब शिवेसना और भाजपा के बीच गठबंधन टूटा था तो कुछ मतभेद हुए थे। लेकिन इसका मतलब यह नहीं न कि किसी से दुश्मनी हो जाए या कोई हमारा दुश्मन हो जाएगा। प्रधानमंत्री देश का नेता होता है। महाराष्ट्र को बतौर एक राज्य उनकी जरूरत पड़ती रहेगी।
महाविकास अघाड़ी करेगा पांच साल पूरा
शिवसेना नेता ने कहा कि महाविकास अघाड़ी के कार्यकाल का पांच साल पूरा होगा। गठबंधन दलों में दरार की कोशिशें हमेशा से नाकाम रहीं हैं और रहेंगी। गठबंधन दलों के बीच बैठकें हों या न हो लेकिन पांच साल का कार्यकाल पूरा होगा। उन्होंने कहा कि आप देख सकते हैं कि अलग-अलग विचारधारा वाले तीन दल एक साथ आकर सरकार चला रहे हैं। विरोधी कह रहे थे कि दस दिनों में सरकार गिर जाएगी लेकिन दो साल पूरा हो गया न, इसी तरह तीन और साल पूरा होगा।
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