महाराष्ट्र में पेंच फंसा, शिवसेना ने कहा- भाजपा के साथ सीटों का मसला भारत-पाक बंटवारे से भी भयंकर

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिये सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना के मध्य सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है।

Asianet News Hindi | Published : Sep 24, 2019 6:21 AM IST / Updated: Sep 24 2019, 12:35 PM IST

मुंबई. महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना के बीच सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना नेता संजय राउत का बड़ा बयान सामने आया है। राउत ने कहा कि, "इतना बड़ा महाराष्ट्र है, ये जो 288 सीटों का बंटवारा है, ये भारत-पाकिस्तान के बंटवारे से भी भयंकर है। सीटों को लेकर जो भी निर्णय होगा, हम आपको बता देंगे। अगर हम आज विपक्ष में न होकर सरकार में होते तो आज की तस्वीर कुछ और ही होती।

राउत के बयान के बाद सियासी गलियारों में सीटों के बंटवारों को लेकर अटकलें और बढ़ गई हैं। महाराष्ट्र चुनाव में अब एक महीने से भी कम समय रह गया है। इससे पहले राउत ने बीते दिनों सोमवार को कहा कि दोनों दलों में एक फॉर्मूले पर काम लगभग पूरा हो चुका है और "अगले 24 घंटे" अहम हैं।  महाराष्ट्र में 21 अक्टूबर को मतदान होना है और 24 अक्टूबर को नतीजे घोषित किये जाएंगे। इससे पहले सोमवार को ही मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने कहा कि "सही समय" पर सीट बंटवारे को लेकर हुए समझौते की आधिकारिक घोषणा की जाएगी।

Latest Videos

दोनो पार्टियों के लिए अहम हैं अगले 24 घंटे 

फड़णवीस ने गठबंधन को लेकर प्रतिक्रिया मांगे जाने पर कहा, "मैं भी शिवसेना के साथ गठबंधन करने के लेकर समान रूप से चिंतित हूं। हालांकि आधिकारिक घोषणा सही समय पर की जाएगी।" राउत ने एक स्थानीय समाचार चैनल से कहा कि भाजपा और उनकी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर अगले 24 घंटे अहम हैं।

चुनाव आयोग ने शनिवार को महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया। दोनों राज्यों में 21 अक्टूबर को मतदान होगा, वहीं 24 को नतीजे आएंगे। चुनाव आयोग ने भले ही तारीखों का ऐलान कर दिया हो, लेकिन भाजपा-शिवसेना में सीटों को लेकर स्थिति साफ नहीं हो पाई है। उधर, शरद पवार की पार्टी राकांपा और कांग्रेस में सीटों को लेकर बंटवारा हो गया है।

कांग्रेस और राकांपा 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने दो दिन पहले ही कांग्रेस के साथ गठबंधन की स्थिति को साफ कर दिया। उन्होंने बताया था कि 288 सीटों वाले महाराष्ट्र में कांग्रेस और राकांपा 125-125 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। 38 सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई हैं।

भाजपा-शिवसेना में फंसा पेंच
लोकसभा चुनाव के पहले भी भाजपा-शिवसेना के बीच अनबन की खबरें आई थीं। हालांकि, बाद में दोनों पार्टियां साथ चुनाव लड़ी थीं। बराबर सीटें मांग रही शिवसेना 23 और भाजपा 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस बार शिवसेना फिर बराबर सीटें मांग रही है। शिवसेना 135-135 सीटों पर चुनाव लड़ने की बात कर रही है। वहीं, 18 सहयोगी दलों को देने के राजी है। जबकि भाजपा शिवसेना को 105-120 सीटें देने के पक्ष में है।

दलबदलू नेता भाजपा-शिवसेना के लिए बने मुसीबत
लोकसभा चुनाव के बात से ही कांग्रेस और राकांपा नेताओं में भाजपा-शिवसेना में शामिल होने की होड़ मची है। इसके चलते भी सीटों के बंटवारे में समस्या हो रही है। हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता राधाकृष्णन विखे पाटिल और पूर्व मंत्री कृपाशंकर सिंह भाजपा में शामिल हुए थे। इनके अलावा कई एनसीपी नेता भी शिवेसना और भाजपा में शामिल हुए।

2014 में भी अलग लड़ा था चुनाव
शिवसेना और भाजपा के बीच 2014 विधानसभा चुनाव से पहले भी अनबन हुई थी। इसके बाद भाजपा और शिवसेना ने अलग चुनाव लड़ा था। उस वक्त भाजपा बराबर सीटों की मांग कर रही थी। लेकिन शिवसेना भाजपा को कम सीटें देने के पक्ष में थी। दोनों पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। भाजपा को 123 सीटों पर और शिवसेना को 63 सीटों पर जीत मिली थी। चुनाव के बाद दोनों पार्टियां साथ आ गई थीं।

Share this article
click me!

Latest Videos

घूंघट में महिला सरपंच ने अंग्रेजी में दिया जोरदार भाषण, IAS Tina Dabi ने बजाई तालियां
PM Modi LIVE: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में जनसभा को संबोधित किया
UP के जैसे दिल्ली में भी... आतिशी ने BJP पर किया सबसे बड़ा वार
Odisha Case: Rahul Gandhi ने Army अधिकारी की मंगेतर से थाने में बर्बरता पर साधा निशाना
झारखंड में सिर्फ भाजपा ही कर सकती है ये काम #shorts