राहुल गांधी ने माना कि देश में आपातकाल लगाने का फैसला गलत था। अब राहुल के इस कबूलनामे के बाद भाजपा ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, राहुल गांधी जो आज कह रहे हैं उनको कई वर्षों बाद लगेगा कि वे गलती कर रहे थे। तब फिर उनको माफी मांगनी पड़ेगी। प्रधानमंत्री के बारे में वे जैसी बेहुदी टिप्पणियां कर देते हैं। पता नहीं कब ट्यूबलाइट जलती है कब उनको पता चलता है कि गलत था।
नई दिल्ली. राहुल गांधी ने माना कि देश में आपातकाल लगाने का फैसला गलत था। अब राहुल के इस कबूलनामे के बाद भाजपा ने निशाना साधना शुरू कर दिया है। एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा, राहुल गांधी जो आज कह रहे हैं उनको कई वर्षों बाद लगेगा कि वे गलती कर रहे थे। तब फिर उनको माफी मांगनी पड़ेगी। प्रधानमंत्री के बारे में वे जैसी बेहुदी टिप्पणियां कर देते हैं। पता नहीं कब ट्यूबलाइट जलती है कब उनको पता चलता है कि गलत था।
एनसीपी ने उठाया गुजरात दंगे का मुद्दा
एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा, राहुल गांधी ने 45 साल बाद स्वीकार किया है कि इमर्जेंसी का निर्णय गलत था। कांग्रेस ने कहीं न कहीं अपनी गलती को स्वीकारा है। दिल्ली के दंगे पर माफी मांगी। अब भाजपा और प्रधानमंत्री की बारी है कि वे यह स्वीकार करें कि गुजरात का दंगा कहीं न कहीं गलत था।
हम एक बार फिर भाजपा से सवाल करते हैं कि अगर कांग्रेस गलतियों को सुधार रही है तो वे कब अपनी गलतियों को सुधारेंगे ये लोगों को बताएं।
राहुल ने क्या-क्या बात बोली?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि आपातकाल लगाना एक गलती थी, लेकिन पार्टी ने कभी संवैधानिक ढांचे पर कब्जा करने का प्रयास नहीं किया। उन्होंने कॉर्नेल विश्वविद्यालय के प्रोफेसर कौशिक बसु के साथ एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बातचीत में यह बात कही।
अपनी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल को गलत करार देते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वर्तमान में भारत में जो हो रहा है वह अलग था। उन्होंने आरोप लगाया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) स्वतंत्र संस्थानों पर कब्जा करने की कोशिश कर रहा है।
राहुल गांधी ने कहा, मुझे लगता है कि आपातकाल एक गलती थी। आपातकाल में जो हुआ वो गलत था लेकिन अब जो हो रहा है, उसमें और आपातकाल में बुनियादी अंतर था। कांग्रेस पार्टी ने भारत के संवैधानिक ढांचे से छेड़छाड़ नहीं की। हमारा संविधान हमें इसकी अनुमति नहीं देता है।
इंदिरा ने भी मांगी थी माफी
इससे पहले 2019 के लोक सभा चुनाव के दौरान भी राहुल गांधी ने एक साक्षात्कार में माफी मांगते हुए कहा था कि आपातकाल एक गलती थी। 24 जनवरी 1978 को महाराष्ट्र की एक रैली में इंदिरा गांधी ने 1975 में लगाए गए आपातकाल के दौरान की गई ज्यादतियों के लिए माफी मांगी थी।