दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस में आए दिन नए-नए एंगल सामने आ रहे हैं। इस केस में अब तक श्रद्धा के पिता विकास वॉकर के अलावा उसके कई दोस्तों ने भी आकर बड़े खुलासे किए हैं। हालांकि, बावजूद इसके कातिल आफताब अमीन पूनावाला के परिवार वालों को कोई पता नहीं चला है। आखिर कहां अंडरग्राउंड हो गया उसका परिवार?
Shraddha Murder Case: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस में आए दिन नए-नए एंगल सामने आ रहे हैं। इस केस में अब तक श्रद्धा के पिता विकास वॉकर के अलावा उसके कई दोस्तों ने भी आकर बड़े खुलासे किए हैं। हालांकि, बावजूद इसके कातिल आफताब अमीन पूनावाला के परिवार वालों को कोई पता नहीं चला है। यहां तक कि कुछ लोगों का तो ये भी कहना है कि आफताब मुस्लिम नहीं बल्कि पारसी है। खैर, वो जिस भी मजहब का हो, लेकिन एक कातिल है। ऐसे में अब सवाल ये खड़ा हो रहा है कि आखिर आफताब का परिवार कहां और क्यों अंडरग्राउंड हो गया?
तो क्या इस वजह से अंडरग्राउंड हुआ आफताब का परिवार?
बता दें कि आफताब अमीन पूनावाला अपने परिवार के साथ मुंबई के पास वसई में रहता था। जब श्रद्धा के पिता ने अपनी बेटी के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज कराई तो इसके बाद ही वसई में रहने वाले आफताब का परिवार पता बदलकर अंडरग्राउंड हो गया। शायद उसके परिवार को पहले ही अपने बेटे की करतूत का अंदाजा हो गया था, इसलिए उन्होंने आनन-फानन में अपना ठिकाना बदल लिया। हालांकि, दिल्ली पुलिस का दावा है कि आफताब का परिवार उनके संपर्क में है, लेकिन अब तक उनका नाम-पता सामने नहीं आया है।
आफताब के परिवार में कौन-कौन?
आफताब अमीन पूनावाला का परिवार वसई में यूनिक पार्क के सी-विंग के 301 नंबर फ्लैट में रहता था। उसके परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटा भाई है। हालांकि, जब श्रद्धा के पिता ने बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई तो उसके बाद आफताब का परिवार अचानक अपने पुराने घर को छोड़कर किसी दूसरी जगह शिफ्ट हो गया।
आफताब के पड़ोसियों ने किया बड़ा खुलासा :
दूसरी ओर, आफताब अमीन पूनावाला के वसई वाले घर में रहने वाले पड़ोसियों का कहना है कि आफताब बेहद शांत स्वभाव का था। लगता नहीं था कि वो किसी का कत्ल भी कर सकता है। वो किसी से झगड़ा नहीं करता था। पड़ोसियों ने ये भी बताया कि उन्होंने उसके साथ श्रद्धा को देखा था और वो कई बार उसके साथ यहां आया करती थी।
15 दिन पहले अपने घर आया था आफताब :
वसई की जिस सोसाइटी में आफताब और उसका परिवार रहता था, उसके सेक्रेटरी के मुताबिक, लग ही नहीं रहा था कि वो किसी लड़की की हत्या करके यहां आया है। बता दें कि गिरफ्तारी के करीब 15 दिन पहले जब आफताब का परिवार यहां से दूसरी जगह शिफ्ट हुआ था, उस वक्त वो भी अपने घर आया था। हालांकि, उसे देखकर किसी को भी शक नहीं हुआ कि वो एक कातिल है।
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