कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को उस वक्त शर्मिंदगी झेलनी पड़ी जब वे झीलों और तालाबों को भरने का प्रोजेक्ट लांच कर रहे थे। तकनीकी खराबी के कारण लांचिंग वाला बटन ही नहीं दबा जिससे उनकी फजीहत हो गई।
Karnataka CM Siddaramaiah. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया मैसूरू में लेक प्रोजेक्ट का उद्घाटन करने के लिए पहुंचे। उन्हें बटन दबाकर मोटर स्टार्ट करके झीलों और तालाबों को भरने के प्रोजेक्ट की शुरूआत करनी थी। लेकिन यह बटन नहीं दबा। मीडिया और आम जनता की मौजूदगी में सीएम को इससे शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। इसके बाद कई अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया। अधिकारियों से यह भी जवाब मांगा गया है कि सीएम के प्रोटोकॉल को क्यों तोड़ा गया और जब मुख्यमंत्री उद्घाटन कर रहे थे तो अधिकारी मौजूद क्यों नहीं थे।
कर्नाटक में तालाबों और झीलों को भरने का प्रोजेक्ट
कर्नाटक में झीलों और तालाबों को भरने का प्रोजेक्ट लांच किया गया है। लेकिन मुख्यमंत्री को उस समय शर्मिंदगी झेलनी पड़ी जब वे प्रोजेक्ट का उद्घाटन तय किए गए तरीके से नहीं कर पाए। हालांकि बाद में प्रिंसिपल सेक्रेटरी ने चामुंडेश्वरी इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कॉरपोरेशन के एमडी सीएन श्रीधर को सस्पेंड कर दिया। साथ ही उन्हें कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है। सवाल किया गया है कि तकनीकी जांच क्यों नहीं की गई और किस तरह से ऐन मौके पर ही बटन ने काम नहीं किया।
बीजेपी पर हमलावर रहे सिद्धारमैया
कर्नाटक सीएम ने कहा कि भाजपा ने देश की जनता के साथ जो विश्वासघात किया है, इसे छिपाने के लिए राम के नाम का सहारा लिया जा रहा है। कहा कि हम रघुपति राघव राजाराम की पूजा करते हैं लेकिन बीजेपी ने जिस तरह से राम का इस्तेमाल किया है, भगवान भी माफ नहीं करेंगे। सीएम ने कांग्रेस पार्टी की बड़ाई करते हुए कहा कि कांग्रेस जो भी कहती है, करके दिखाती है। हमने जो भी वादे किए हैं, पूरा किया है। भाजपा ने आज तक अपना कोई वादा पूरा नहीं किया है। हमारे राज्य में सूखा पड़ा लेकिन भाजपा ने क्या किया। हमने अपने राज्य के लोगों की मदद की और लोगों को पलायन करने से रोका। यह हमारी उपलब्धि है।
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