नाथू ला टूरिस्ट स्पॉट बना मौत का कब्रगाह: हिमस्खलन से 7 टूरिस्टों की मौत, बर्फ में दबे 350 से अधिक लोगों को बाहर निकाला, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Published : Apr 04, 2023, 03:42 PM ISTUpdated : Apr 04, 2023, 06:27 PM IST
Nathula Rescue

सार

मरने वालों में एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है। यह हादसा मंगलवार को दोपहर 12.20 बजे की है।

Sikkim Avalanche: सिक्किम में भारी हिमस्खलन की वजह से कई जानें चली गई हैं। मशहूर टूरिस्ट प्लेस गंगटोक के समीप नाथू ला के पास हुए इस हादसा में मंगलवार को कम से कम सात टूरिस्टों की मौत हो गई है। इस एवलांच में डेढ़ सौ से अधिक लोग बर्फ के नीचे दब गए। बीआरओ प्रोजेक्ट स्वस्तिक द्वारा स्विफ्ट रेस्क्यू ऑपरेशन लॉन्च किया गया। रेस्क्यू टीमें बचाने में जुटी हुई हैं। प्राथमिक जानकारी के अनुसार मरने वालों में एक महिला और एक बच्चा भी शामिल है। यह हादसा मंगलवार को दोपहर 12.20 बजे की है। दुर्घटना गंगटोक और नाथुला दर्रे से जोड़ने वाली जवाहर लाल नेहरू मार्ग पर हुई है। नाथू ला दर्रा समुद्र तल से 4,310 मीटर (14,140 फीट) की ऊंचाई पर है। नाथू ला, चीन के साथ सीमा पर स्थित है और एक प्रमुख पर्यटन स्थल है।

सड़क पर पसरे बर्फ को हटाकर साढ़े तीन सौ से अधिक लोगों को बचाया गया

गहरी घाटी से 6 शवों को निकाला गया। इसके अलावा 22 पर्यटकों को बचाया गया और नजदीकी अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया। डेढ़ घंटे बाद बर्फ में दबी एक महिला को बाहर निकाला गया। उनकी सांसें चल रही थी। महिला व अन्य घायलों को एसटीएनएम अस्पताल में भेजा गया है। इसके अलावा सड़क से बर्फ हटाने के बाद फंसे 350 पर्यटकों और 80 वाहनों को बचाया गया।

रेस्ट्रिक्टेड एरिया में चले गए टूरिस्ट

सिक्किम में हिमस्खलन के बारे में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि हादसा उस जगह पर हुआ है जहां लोगों के सीधे तौर पर जाने की मनाही है। उस क्षेत्र में जाने के लिए पहले से पास जारी होता है। लेकिन लोग बिना परमिशन के ही चले गए और यह हादसा हो गया। अधिकारियों ने बताया कि पास 13वें मील के लिए जारी किए जाते हैं। लेकिन टूरिस्ट बिना परमिशन के 14वें मील की ओर चले गए। यह एरिया बेहद संवेदनशील है।

 

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