अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह बैठक इसी हफ्ते होनी है, लेकिन पाकिस्तान ने नयी दिल्ली के अनुरोध पर अभी कोई जवाब नहीं दिया है। भारत और पाकिस्तान के सिंधु आयुक्तों को हर साल 31 मार्च तक बैठक करनी होती है। यह व्यवस्था दोनों देशों के बीच हुए सिंधु जल समझौते के तहत की गई है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप और उसके कारण देश में लॉकडाउन के मद्देनजर भारत ने पाकिस्तान से दोनों देशों के सिंधु आयुक्तों के बीच होने वाली सालाना बैठक टालने का अनुरोध किया है।
सिंधु जल समझौते के तहत होती है बैठक
अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि यह बैठक इसी हफ्ते होनी है, लेकिन पाकिस्तान ने नयी दिल्ली के अनुरोध पर अभी कोई जवाब नहीं दिया है। भारत और पाकिस्तान के सिंधु आयुक्तों को हर साल 31 मार्च तक बैठक करनी होती है। यह व्यवस्था दोनों देशों के बीच हुए सिंधु जल समझौते के तहत की गई है।
इस संधि के अनुसार, ‘‘आयोग की साल में एक बार बैठक होगी, यह एक बार भारत में और एक बार पाकिस्तान में होगी।’’
आयुक्तों के बीच पिछली बैठक अगस्त 2018 में लाहौर में हुई थी
सूत्रों ने बताया कि गत 13 फरवरी को भारत के सिंधु आयुक्त पी.के. सक्सेना ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष सैयद मोहम्मद मेहर अली शाह को स्थायी सिंधु आयोग की सालाना बैठक के लिए आमंत्रित किया था। 12 मार्च को पाकिस्तान के आयुक्त ने भारत का न्योता स्वीकार कर लिया था और मार्च महीने के अंत में भारतीय समकक्ष से मुलाकात करने की रजामंदी दी थी।
हालांकि, 11 मार्च को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 को वैश्विक महामारी घोषित कर दिया और सूत्रों के मुताबिक जिसके बाद भारत ने दोनों देशों के वृहद हित के मद्देनजर इस बैठक को कुछ वक्त के लिए स्थगित करने का प्रस्ताव दिया।
(यह खबर समाचार एजेंसी भाषा की है, एशियानेट हिंदी टीम ने सिर्फ हेडलाइन में बदलाव किया है।)
(प्रतीकात्मक फोटो)