कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) और भाजपा को शैतान(devil) बताया है। कांग्रेस के महासचिवों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और की मीटिंग में सोनिया गांधी ने का मुख्य फोकस भाजपा और RSS रहा।
नई दिल्ली. कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने स्वयंसेवक संघ(RSS) और भाजपा को शैतान(devil) बताया है। वे कांग्रेस के महासचिवों(General Secretaries), प्रदेश अध्यक्षों और प्रभारियों( In-charges & PCC Presidents) की बैठक में पार्टी के नेताओं को नसीहत दे रही थीं। बैठक प्रदेश ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के मुख्यालय(ICCC Headquarters) में आयोजित की गई थी। बैठक में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अधीर रंजन चौधरी और नवजोत सिंह सिद्धू भी मौजूद रहे।
भाजपा-RSS के शैतानी अभियान से लड़ना है
सोनिया गांधी ने कहा-हमें वैचारिक रूप से भाजपा/आरएसएस के शैतानी अभियान से लड़ना चाहिए। अगर हमें यह लड़ाई जीतनी हैं, तो हमें दृढ़ विश्वास के साथ ऐसा करना चाहिए और लोगों के सामने उनके झूठ का पर्दाफाश करना चाहिए। हमारा अभियान समाज के सभी वर्गों के साथ व्यापक चर्चा से निकली ठोस नीतियों और कार्यक्रमों पर आधारित होना चाहिए।
आंदोलन खड़ा करने पर जोर
सोनिया गांधी ने कहा-हमारा अपना इतिहास इस बात का गवाह है कि अगर किसी संगठन को अन्याय और असमानता के खिलाफ सफल होना है, अगर उसे हाशिए पर पड़े लोगों के अधिकारों की प्रभावी रूप से हिमायत करनी है, तो उसे जमीनी स्तर पर एक व्यापक आंदोलन खड़ा करना होगा।
देश भर के युवा पुरुष और महिलाएं अपनी उम्मीदों को आवाज देने के लिए एक आंदोलन की बाट जोह रहे हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम उन्हें एक मंच प्रदान करें, जैसा कि हमने पिछली पीढ़ियों के लिए किया है।
मोदी सरकार पर बरसीं
सोनिया गांधी ने कहा-जवाबदेही से बचने और हमारे संविधान के मूल मूल्यों को कमजोर करने के लिए मोदी सरकार ने हमारी संस्थाओं को नष्ट करने की कोशिश की है। इसने हमारे लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों पर ही सवाल उठाया है। हमें हमारे किसान और खेत मजदूर, रोजगार और अवसरों के लिए लड़ने वाले युवा, छोटे और मध्यम स्तर के व्यवसाय, विशेष रूप से हमारे वंचित भाई और बहनों के लिए अपनी लड़ाई को मजबूत करना होगा, जो इस सरकार की ज्यादतियों के शिकार हैं।
पांच विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की तैयारी
बता दें कि 16 अक्टूबर को कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक हुई थी। इसमें संगठनात्मक चुनाव का कार्यक्रम तय करने का निर्णय लिया गया था। कांग्रेस 1 नवंबर से सदस्यता अभियान चलाने जा रही है। यह अगले साल 31 मार्च तक चलेगा। इसके साथ ही पार्टी 29 नवंबर से महंगाई के खिलाफ राष्ट्रीयस्तर पर जन जागरण अभियान चलाने जा रही है। बता दें कि अगले साल पांच राज्यों-यूपी, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। इनमें से सिर्फ पंजाब में ही कांग्रेस की सरकार है, लेकिन वहां भी जबर्दस्त कलह मची हुई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस छोड़ चुके हैं और नई पार्टी बनाने जा रहे हैं।