हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश (Himachal Pradesh Rain) के चलते राज्य आपदा घोषित किया गया है। रविवार से हो रही तेज बारिश के चलते मरने वालों की संख्या 77 हो गई है। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
शिमला। हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से मरने वालों की संख्या 77 हो गई है। इसके साथ ही राज्य में आपदा की घोषणा कर दी गई है। मौसम विभाग ने और बारिश होने के संबंध में अलर्ट जारी किया है। हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हुई भारी बारिश से नदियां उफना गईं हैं। पंजाब के कई इलाकों में बाढ़ आ गई है।
शिमला के समर हिल में शिव मंदिर के मलबे से एक और शव मिला है। शिमला के एसपी संजीव कुमार गांधी ने बताया कि मंदिर के मलबे में अभी भी लगभग चार लोगों के दबे होने की आशंका है। दरअसल, हिमाचल प्रदेश में रविवार से भारी बारिश हो रही है। इसके चलते शिमला सहित कई जिलों में भूस्खलन हुआ है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि बचाव अभियान पूरे जोरों पर चल रहा है। राज्य सरकार अपने संसाधनों से प्रभावित परिवारों, विशेषकर उन लोगों की मदद करने की कोशिश कर रही है जिनके घर अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन में क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
हिमाचल में मानसून का प्रकोप से 220 लोगों की मौत
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार इस साल हिमाचल प्रदेश में मानसून के प्रकोप के चलते 220 लोगों की मौत हुई है। 24 जून को राज्य में मानसून की शुरुआत हुई थी। फ्लैश फ्लड और लैंड स्लाइड के चलते 11,637 घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। 600 से अधिक सड़कें बंद हो गईं हैं। PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अगले तीन दिन में 550 सड़कों को खोल दिया जाएगा। 408 ट्रांसफार्मर और 149 पानी सप्लाई योजनाएं प्रभावित हुए हैं। पिछले तीन दिनों में बाढ़ प्रभावित कांगड़ा जिले से 2074 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
मौसम विभाग ने जारी किया यलो अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने हिमाचल प्रदेश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 21 और 22 अगस्त को राज्य के 10 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश, आंधी और बिजली गिरने की संभावना है। आईएमडी शिमला के डायरेक्टर सुरेंद्र पॉल ने कहा कि पिछले 48 घंटों में बारिश कम हुई है और आने वाले चार दिनों में भी ऐसा ही जारी रहेगा। हालांकि, 21 से 23 अगस्त तक बारिश बढ़ने की संभावना है, लेकिन यह पहले जैसी भारी बारिश नहीं होगी।"