जंग ही नहीं जान बचाने के भी काम आता है वायु सेना का यह विमान, देश के लोगों पर खतरा हुआ तो दिखता है सबसे आगे
नई दिल्ली। सूडान में सेना और अर्थसैनिक बल के बीच चल रही लड़ाई के चलते करीब 4 हजार भारतीय फंसे हुए हैं। इन्हें सुरक्षित लाने के लिए भारतीय वायु सेना के दो C-130J विमान को जेद्दाह में स्टैंडबाई पर रखा गया है। आगे पढ़ें क्यों खास है यह विमान…
Vivek Kumar | Published : Apr 24, 2023 4:11 AM IST
प्राकृतिक आपदा हो गया विदेश में रह रहे भारतीयों की जान पर संकट, हर कठिन वक्त में भारतीय वायु सेना राहत पहुंचाने के लिए बढ़-चढ़कर काम करती है। इसके लिए वायुसेना अपने C-130J जैसे विमानों का इस्तेमाल करती है। देश के लोगों पर खतरा होने पर यह सबसे आगे दिखाई देता है।
C-130J मालवाहक विमान है। इनका मुख्य काम सैनिकों और गोला-बारूद को मोर्चे तक पहुंचाना है। संकट के वक्त वायुसेना इनका इस्तेमाल लोगों की जान बचाने में भी करती है। अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन द्वारा बनाए गए C-130J विमान को सुपर हरक्यूलिस भी कहा जाता है।
C-130J ट्रांसपोर्ट विमान है। यह 18 हजार किलोग्राम वजन लेकर उड़ान भर सकता है। C-130J का रेंज 3800 किलोमीटर है। यह 660 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से उड़ान भरता है। यह 2 हजार फीट लंबे रनवे से उड़ सकता है।
विमान को चार टर्बोप्रॉप इंजन से ताकत मिलती है। इस खूबी के चलते यह खराब रनवे पर भी उतर सकता है और वहां से टेकऑफ कर सकता है।
सैनिकों और गोला-बारूद को मोर्चे तक पहुंचाने के लिए यह खूबी बहुत काम आती है। इसकी मदद से पैराट्रूपर्स को हवा में छोड़ा जाता है।
C-130J की लंबाई 29.61 मीटर, ऊंचाई 1.84 मीटर और पंखों का फैलाव 40.41 मीटर है। सिर्फ विमान का वजन 60 हजार किलोग्राम से अधिक है।
C-130J का इस्तेमाल 22 देशों की वायुसेनाएं कर रहीं हैं। अब तक 500 से अधिक ऐसे विमान बनाए गए हैं।