सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश पर केंद्र सरकार की सहमति: 5 जजों की नियुक्ति को मिली मंजूरी, जानिए नए जजों के बारे में...

बीते दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने तीन मुख्य न्यायाधीशों व दो जजों के नाम प्रमोशन के लिए भेजा था। पांचों जजों की नियुक्ति को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। पांच जजों के प्रमोशन के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 32 हो जाएगी।

Supreme Court collegium: कॉलेजियम सिस्टम से जजों की नियुक्ति को लेकर सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार में खींचतान और बढ़ी तल्खी के बीच पांच नए जजों की नियुक्ति को हरी झंडी दे दी गई। केंद्र सरकार ने कॉलेजियम की सिफारिश वाले पांच नामों को दो महीने बाद सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में प्रमोट कर दिया है। बीते दिसंबर में सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने तीन मुख्य न्यायाधीशों व दो जजों के नाम प्रमोशन के लिए भेजा था। पांचों जजों की नियुक्ति को केंद्र सरकार ने मंजूरी दे दी है। पांच जजों के प्रमोशन के बाद सुप्रीम कोर्ट में जजों की संख्या बढ़कर 32 हो जाएगी।

जानिए किन पांच नामों को केंद्र सरकार ने दी मंजूरी

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जस्टिस पंकज मित्तल: जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस जनवरी 2021 में बनाया गया था। जस्टिस मित्तल की शिक्षा-दीक्षा यूपी में हुई है। वह, वर्ष 1982 में इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट हुए। मेरठ कॉलेज से एलएलबी पास करने के बाद जस्टिस पंकज मित्तल ने 1985 से इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस शुरू किया था। अब सुप्रीम कोर्ट के जज के रूप में प्रमोट कर दिया गया है।

जस्टिस मनोज मिश्रा: यूपी के रहने वाले जस्टिस मनोज मिश्रा ने इलाहाबाद विवि से लॉ में ग्रेजुएशन किया। इसके बाद वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने लगे। 2011 में जस्टिस मनोज मिश्रा को अतिरिक्त न्यायाधीश के रूप में प्रमोट कर दिया गया। छह अगस्त 2013 को उनको स्थायी न्यायाधीश बनाया गया। अब वह सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में कार्यभार ग्रहण करेंगे।

जस्टिस संजय करोल: जस्टिस करोल पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस के रूप में 11 नवम्बर 2019 को प्रमोट किए गए थे। पटना के पहले वह त्रिपुरा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस रहे। जस्टिस करोल, त्रिपुरा ज्यूडिशियल अकादमी के चेयरमैन रहने के अलावा राज्य न्यायिक विधिक सेवा प्राधिकरण के पैट्रन-इन-चीफ भी रह चुके हैं। जस्टिस करोल का जन्म हिमाचल प्रदेश के शिमला में 23 अगस्त 1961 को हुआ था।

जस्टिस अहसानुद्दीन अमानुल्लाह: पटना हाईकोर्ट में 20 जून 2011 में उनको जज के रूप में प्रमोशन मिला था। बिहार स्टेट बार काउंसिल ने उनको 1991 में नामांकित किया था। पटना हाईकोर्ट के बाद जस्टिस अमानुल्लाह को 2021 में आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट में ट्रांसफर कर दिया गया था। लेकिन बीते साल 2022 में उनको फिर से पटना हाईकोर्ट में वापस ट्रांसफर कर दिया गया था। अब उनको सुप्रीम कोर्ट में जज के रूप में प्रमोट कर दिया गया है।

जस्टिस पीवी संजय कुमार: आंध्र प्रदेश के मूल निवासी जस्टिस पीवी संजय कुमार मणिपुर हाईकोर्ट के 2021 में चीफ जस्टिस थे। इसके पहले वह पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जज रह चुके थे। आंध्र के पूर्व महाधिवक्ता स्वर्गीय पी.रामचंद्र रेड्डी के पुत्र पीवी संजय कुमार का जन्म 14 अगस्त 1963 में हुआ था।

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