भगवान राम का जन्मस्थान..और ऐसे ही 9 सवाल, जिनका सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मिलेगा जवाब

1813 में पहली बार हिंदू संगठनों ने विवादित जमीन पर दावा किया। उन्होंने कहा था कि 1528 में बाबर ने राम जन्मभूमि पर मस्जिद बनवाई। अयोध्या विवाद में पहली बार हिंसा 1853 में हुई और कुछ सालों में ही मामला गहरा गया। 1885 में विवाद पहली बार जिला न्यायालय पहुंचा।  

नई दिल्ली. अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाने वाला है। 2010 में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अपने फैसले में 2.277 एकड़ भूमि को तीन पक्षों सुन्नी वक्फ बोर्ड, निर्मोही अखाड़ा और रामलला विराजमान में बांटने का आदेश दिया था। इसी फैसले के खिलाफ सभी पक्ष सुप्रीम कोर्ट चले गए, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट में 40 दिन तक सुनवाई हुई। ऐसे में बताते हैं कि फैसले के बाद आज वो कौन से 9 सवाल हैं, जिनके जवाब मिल सकते हैं।

134 साल पुरान विवाद पर मिलेंगे 9 सवालों के जवाब
1813 में पहली बार हिंदू संगठनों ने विवादित जमीन पर दावा किया। उन्होंने कहा था कि 1528 में बाबर ने राम जन्मभूमि पर मस्जिद बनवाई। अयोध्या विवाद में पहली बार हिंसा 1853 में हुई और कुछ सालों में ही मामला गहरा गया। 1885 में विवाद पहली बार जिला न्यायालय पहुंचा। निर्मोही अखाड़े के महंत रघुबर दास ने फैजाबाद कोर्ट में मस्जिद परिसर में मंदिर बनवाने की अपील की पर कोर्ट ने मांग खारिज कर दी। इसके बाद सालों तक यह मामला चलता रहा है। 

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1- मालिकाना हक किसका : सुप्रीम कोर्ट के फैसले में आज पता चल सकता है कि 2.77 एकड़ विवादित जमीन पर मालिकाना हक किसका है।
 

2- भगवान राम का जन्मस्थान : फैसले में इसका भी पता चलेगा कि भगवान राम का जन्मस्थान कहां है। 
 

3- एएसआई की रिपोर्ट: आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया की रिपोर्ट को दोनों पक्षकार अपने फेवर में बता रहे हैं। ऐसे में फैसले के बाद इस बात का भी पता चलेगा कि आर्कियोलॉजिकल सर्वे की रिपोर्ट किसके पक्ष में जाएगी। 
 

4- जन्मस्थान ही न्यायिक व्यक्ति : यह एक अहम मुद्दा सामने आया है। जन्मस्थान को ही कानूनी व्यक्ति का दर्जा दिया जाए या नहीं ये भी सवाल सुप्रीम कोर्ट के सामने है।
 

5- मंदिर था तो मस्जिद कैसे बनी : फैसले के बाद इस बात का भी पता चल सकता है कि अगर वहां पर मंदिर था तो मस्जिद कैसे बनी।
 

6- खुदाई के अवशेष किसके : आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया कि रिपोर्ट में कुछ ढांचे मिलने की बात कही गई थी। फैसले में इस बात की भी जानकारी मिल सकती है, आखिर वो ढांचा किसका था। 
 

7-मस्जिद में नमाज न पढें तो वह मस्जिद नहीं : कोर्ट में फैसले में इस बात की भी जानकारी मिलेगी कि क्या मस्जिद में अगर नमाज न पढ़ी जाए तो वह मस्जिद नहीं होती।
 

8- विवादित स्थल पर मूर्ति थी या नहीं : अयोध्या विवाद पर एक अहम सवाल यह भी है कि बीच वाले गुंबद के नीचे मूर्ति थी या नहीं। 
 

9-विदेशी यात्रियों के यात्रा वृत्तांत : अयोध्या पर कई विदेशी यात्रियों ने अपने यात्रा वृत्तांत में विवादित स्थल का जिक्र किया है, ऐसे में उन यात्रा वृत्तांतों पर भी स्थिति साफ हो सकती है। 

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