देश में कोरोना संक्रमण के बीच निजामुद्दीन का मामला सुर्खियों में है। स्वास्थ्य मंत्रालयन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, अब तक 1637 कोरोना के केस पाए गए हैं। कल यानी 31 मार्च को 386 नए केस सामने आए हैं।
नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के बीच निजामुद्दीन का मामला सुर्खियों में है। स्वास्थ्य मंत्रालयन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, अब तक 1637 कोरोना के केस पाए गए हैं। कल यानी 31 मार्च को 386 नए केस सामने आए हैं। 38 लोगों की मौतें हुई हैं। 132 लोग संक्रमण से ठीक हुए हैं। 31 मार्च से कोरोना के केस बढ़े हैं इसके पीछे एक बड़ी वजह तब्लीगी जमात है।
"अस्पताल में तब्लीगी जमात के 1800 लोग"
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, तब्लीगी जमात की वजह से देश में कोरोना संक्रमण की संख्या बढ़ी है। जमात से जुड़े 1800 लोगों को 9 अस्पतालों और क्वारंटीन सेंटर में भेजा गया है।
20 हजार कोच से 3.2 लाख आइसोलेशन और क्वारंटीन बेड
उन्होंने बताया, 20 हजार रेल कोचों को मोडिफाइ करके रेलवे 3.2 लाख आइसोलेशन और क्वारंटीन बेड बनाने की तैयारी की जा रही है। 5000 कोचों के मोडिफिकेशन का काम शुरू हो चुका है।
दवाओं और किट मंगाने के लिए लाइफलाइन उड़ाने शुरू
लव अग्रवाल ने बताया, कोरोना से लड़ने के लिए परीक्षण किट, दवाओं और मास्क जैसे आवश्यक वस्तुओं के लिए लाइफलाइन उड़ानें शुरू की गई हैं।
देश में अब तक 47,951 कोरोना टेस्ट किए गए
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा, हमने अब तक 47,951 परीक्षण किए हैं। ICMR नेटवर्क में 126 लैब हैं, 51 निजी लैबों की संख्या स्वीकृत की गई है।
21,486 राहत शिविरों में 6 लाख से ज्यादा लोग
गृह मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश प्रवासी श्रमिकों के लिए खाना और आश्रय की व्यवस्था कर रहे हैं। 21,486 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जहां 6,75,133 व्यक्तियों को आश्रय दिया गया है।