न सुप्रीम कोर्ट की रोक-न कोई कानून, फिर भी इन 7 गांव के लोगों ने क्यों नहीं जलाया दिवाली पर पटाखा

तमिलनाडु के इरोड जिले के वदामुगम वेल्लोड पक्षी अभयारण्य के पास के सात गांव के लोगों ने दिवाली के दौरान पटाखा नहीं चलाया। पक्षियों को परेशानी नहीं हो इसके लिए इन सात गांव के लोग 22 साल से शांत दिवाली मना रहे हैं।

 

चेन्नई। रविवार को पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ दिवाली (Diwali) का त्योहार मनाया गया। सुप्रीम कोर्ट द्वारा बैन लगाने के बाद भी दिल्ली में लोगों ने पटाखे चलाए और हवा को जहरीला बना दिया। वहीं, तमिलनाडु के सात गांव के लोगों ने दिवाली पर पटाखा नहीं जलाया। इन्हें रोकने के लिए न तो सुप्रीम कोर्ट ने बैन लगाया था और न कोई कानून है। इसके बाद भी एक अनोखी वजह से लोगों ने खुद ही यह फैसला लिया। यह वजह है जीव-जंतुओं के प्रति प्रेम।

पटाखे जलाकर इंसान जश्न मनाते हैं, लेकिन यह जानवरों को परेशान करता है। रात के वक्त अधिकतर जानवर और पक्षी सोते हैं। ऐसे में पटाखे की तेज आवाज व रोशनी से उन्हें और अधिक परेशानी होती है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए तमिलनाडु के इरोड जिले के सात गांवों ने बिना पटाखे फोड़े दिवाली मनाई। ये गांव इरोड से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर वदामुगम वेल्लोड के करीब हैं। यहां पक्षी अभयारण्य है। पक्षियों की आबादी की रक्षा के लिए गांव के लोगों ने मिलकर यह फैसला लिया था।

Latest Videos

प्रजनन के मौसम में हजारों पक्षी आते हैं

अक्टूबर से जनवरी तक प्रजनन के मौसम के दौरान यहां हजारों स्थानीय और प्रवासी पक्षी आते हैं। यह उनके लिए किसी स्वर्ग जैसा है। वे यहां बिना किसी डर के अंडे देने और सेने के लिए आते हैं। प्रजनन के मौसम में दिवाली का पर्व पड़ता है। इसके चलते पक्षी अभयारण्य के आसपास के गांव के लोग शांति से दिवाली मनाते हैं। अभयारण्य के आसपास के सात गांव में 900 से अधिक परिवार रहते हैं।

यह भी पढ़ें- दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने लगाया बैन फिर भी लोगों ने जमकर फोड़े पटाखे, हवा में घुला जहर, देखें वीडियो

22 साल से शांत दिवाली मना रहे लोग

22 साल से सात गांव के लोग इस परंपरा का पालन कर रहे हैं। वे आतिशबाजी के बजाय अपने बच्चों के लिए नए कपड़े खरीदते हैं। सेलप्पमपालयम, वदामुगम वेल्लोड, सेम्मांडमपालयम, करुक्कनकट्टू वलासु, पुंगमपाडी और दो अन्य गांवों ने इस परंपरा को जारी रखा है। शांति से दिवाली मनाने के चलते पक्षी परेशान नहीं होते। उन्हें अपने प्राकृतिक आवास में पनपने का मौका मिलता है।

यह भी पढ़ें- मथुरा के पटाखा मार्केट में भीषण आग, बम की तरह हुए धमाके-15 से ज्यादा लोग झुलसे

Read more Articles on
Share this article
click me!

Latest Videos

20वां अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड, कुवैत में 'द ऑर्डर ऑफ मुबारक अल कबीर' से सम्मानित हुए पीएम मोदी
43 साल बाद कुवैत पहुंचे भारतीय पीएम, जमकर लगे मोदी-मोदी के नारे
अब एयरपोर्ट पर लें सस्ती चाय और कॉफी का मजा, राघव चड्ढा ने संसद में उठाया था मुद्दा
बांग्लादेश ने भारत पर लगाया सबसे गंभीर आरोप, मोहम्मद यूनुस सरकार ने पार की सभी हदें । Bangladesh
सचिन तेंदुलकर ने बॉलिंग करती लड़की का वीडियो शेयर किया, बताया भविष्य का जहीर खान #shorts