BSP तमिलनाडु प्रमुख आर्मस्ट्रांग को रविवार (7 जुलाई) की देर शाम तिरुवल्लूर जिले के पोथुर इलाके में उनके सैकड़ों शोककुल समर्थकों की मौजूदगी में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
BSP Chief Armstrong death: BSP तमिलनाडु प्रमुख आर्मस्ट्रांग को रविवार (7 जुलाई) की देर शाम तिरुवल्लूर जिले के पोथुर इलाके में उनके सैकड़ों शोककुल समर्थकों की मौजूदगी में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। इस दौरान उनके शव यात्रा को पूरे 7 घंटे तक शहर भर में घुमाया गया। इससे पहले लोगों ने मांग की थी की उनकी डेड बॉडी पार्टी चेन्नई कार्यालय में दफनाया जाए। हालांकि, इस पर मद्रास उच्च न्यायालय ने इनकार कर दिया था क्योंकि यह एक आवासीय क्षेत्र में स्थित है और आकार में छोटा है। सात घंटे से ज़्यादा चले अंतिम संस्कार जुलूस के बाद आर्मस्ट्रांग के पार्थिव शरीर को दफनाने के लिए निजी जगह पर लाया गया। इस दौरान अंतिम संस्कार जुलूस के लिए पोथुर में लोग जमा हुए और आर्मस्ट्रांग के पार्थिव शरीर पर फूल बरसाए।
बता दें कि शुक्रवार को चेन्नई में 52 वर्षीय BSP नेता आर्मस्ट्रांग की पेरम्बूर में उनके घर के पास अज्ञात बाइक सवार हमलावरों ने हमला किया। उन्हें चेन्नई के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन चोटों के कारण उनकी मौत हो गई, जिससे पूरे राज्य में शोक और आक्रोश फैल गया। आर्मस्ट्रांग उत्तरी चेन्नई और आस-पास के जिलों में लोकप्रिय थे। वे दलित समुदाय के सदस्यों, खासकर युवाओं के बीच लोकप्रिय थे, क्योंकि वे उनकी शिक्षा और रोजगार संबंधी गतिविधियों में सहयोग करते थे।
BSP पार्टी में आर्मस्ट्रांग की भूमिका
आर्मस्ट्रांग को बीएसपी में शामिल होने के तुरंत बाद राज्य इकाई के प्रमुख के पद पर पदोन्नत किया गया। वे 17 साल तक BSP प्रमुख के पद पर बने रहे। उन्होंने तमिलनाडु में मायावती की रैलियों का आयोजन करके राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि प्राप्त की।
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