तेजस फाइटर प्लेन क्रैश, दुबई एयर शो के दौरान आग के गोले में बदला विमान, पायलट की मौत

Published : Nov 21, 2025, 04:14 PM ISTUpdated : Nov 21, 2025, 04:41 PM IST
Tejas Crash

सार

दुबई एयर शो में डेमो के दौरान भारतीय तेजस फाइटर जेट क्रैश हो गया। हादसा दोपहर 3:40 पर हुआ। इस दुर्घटना में पायलट विमान से बाहर नहीं निकल पाया और उसकी मौत हो गई। बता दें कि 2205 किमी/घंटा की रफ्तार से उड़ने वाले तेजस का यह दूसरा क्रैश है।

नई दिल्ली। शुक्रवार को दुबई एयर शो में डेमोंस्ट्रेशन के दौरान एक तेजस फाइटर जेट क्रैश हो गया। वीडियो में दिख रहा है कि इंडियन HAL तेजस भारतीय समयानुसार करीब 3 बजकर 40 मिनट पर क्रैश हुआ। हादसे के बाद विमान आग के गोले में तब्दील हो गया और क्रैश साइट पर घना धुआं छा गया। इस हादसे में पायलट की मौत हो गई है, जिसकी पुष्टि भारतीय वायुसेना ने की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह एयरक्राफ्ट हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) का बनाया हुआ एक सिंगल-सीटर लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) था।

2205 KM की रफ्तार से उड़ने में माहिर है तेजस

बता दें कि वायुसेना का तेजस जेट क्रैश होने का यह दूसरा केस है। इससे पहले मार्च, 2024 में राजस्थान के जैसलमेर जिले में पोकरण युद्धाभ्यास के दौरान इंजन फेल होने की वजह से तेजस क्रैश हो चुका है। तब पायलट सुरक्षित तौर पर विमान से बाहर कूद गया था। बता दें कि तेजस फाइटर जेट 4.5-जेनरेशन का मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट है, जिसे एयर-डिफेंस मिशन, ऑफेंसिव एयर सपोर्ट और क्लोज-कॉम्बैट ऑपरेशन के हिसाब से डिजाइन किया गया है। यह अपनी क्लास के सबसे हल्के और सबसे छोटे फाइटर प्लेन में से एक होने के लिए जाना जाता है। इसकी लंबाई 13 मीटर से भी ज्यादा है। तेजस का वजन 6500 किलोग्राम है। वहीं, इसकी मैक्सिमम स्पीड 2205 किलोमीटर प्रतिघंटा है। तेजस को बनाने में करीब 600 करोड़ रुपए की लागत आती है।

तेजस की सबसे बड़ी खूबी क्या?

तेजस जेट की एक खास बात इसकी मार्टिन-बेकर जीरो-जीरो इजेक्शन सीट है, जिसे पायलटों को जीरो ऊंचाई और जीरो स्पीड पर भी सुरक्षित रूप से इजेक्ट करने की सुविधा के हिसाब से डिजाइन किया गया है। यह सिस्टम कैनोपी को उड़ाने, पायलट को एयरक्राफ्ट से दूर धकेलने और नीचे उतरने को स्थिर करने के लिए पैराशूट लगाने के लिए एक एक्सप्लोसिव चार्ज का इस्तेमाल करता है। बता दें कि भारतीय वायुसेना में पहला तेजस स्क्वाड्रन नंबर 45 ‘फ्लाइंग डैगर्स’ 2016 में शामिल किया गया था।

क्या है दुबई एयर शो?

दुबई एयर शो हर दो साल में आयोजित किया जाता है। इसकी शुरुआत 1989 से हुई। इस शो में दुनियाभर के तमाम विमानों की कलाबाजियां दिखाई जाती हैं। दुनिया की कई बड़ी एयरोस्पेस कंपनियां यहां अपने नए फाइटर जेट्स, हेलिकॉप्टर और एयरोस्पेस टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन करती हैं। यह शो दुबई के अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट में आयोजित किया जाता है।

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