आइए जानते हैं कि कैसे महादेव ऑनलाइन जुआ ऐप ने न केवल अपने संदिग्ध संचालन के लिए बल्कि भारतीय सिनेमा की चमकदार दुनिया के साथ अपने संबंधों के लिए भी ध्यान आकर्षित किया है।
Mahadev online betting app: महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप की कथित वित्तीय अनियमितताओं ने एक बड़ा भूचाल ला दिया है। सैकड़ों करोड़ के लेनदेन के खुलासा के बाद ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू कर दी है। इस ऐप की जांच ने बॉलीवुड हस्तियों की संलिप्तता, शाही शादियों के लिए बेशुमार खर्च की पोल खोल दी है। ईडी ने 39 जगहों पर रेड कर करीब 417 करोड़ रुपये के अवैध धन को सीज कर दिया है। आइए जानते हैं कि कैसे महादेव ऑनलाइन जुआ ऐप ने न केवल अपने संदिग्ध संचालन के लिए बल्कि भारतीय सिनेमा की चमकदार दुनिया के साथ अपने संबंधों के लिए भी ध्यान आकर्षित किया है।
1. मनी लॉन्ड्रिंग और भव्य शादी: महादेव ऑनलाइन जुआ ऐप के प्राइमरी प्रमोटरों में से एक सौरभ चंद्राकर, ऐप के संबंध में कथित मनी लॉन्ड्रिंग के लिए ईडी द्वारा जांच के दायरे में है। ईडी ने खुलासा किया कि चंद्राकर ने यूएई में अपनी शानदार शादी पर 200 करोड़ रुपये खर्च किए। शादी में उनके परिवार के सदस्य नागपुर से निजी जेट से पहुंचे थे। फरवरी 2023 में हुई शादी में कथित तौर पर बॉलीवुड हस्तियां शामिल हुईं।
2. शाही शादी और सेलिब्रिटीज का जमावड़: यूएई में सौरभ चंद्राकर की शादी में सिंगर, डांसर और अभिनेता सहित कई बॉलीवुड हस्तियां शामिल हुईं। गेस्ट लिस्ट में आतिफ असलम, राहत फतेह अली खान, अली असगर, विशाल ददलानी, टाइगर श्रॉफ, एली अवराम, भारती सिंह, सनी लियोन, भाग्यश्री, कृति खरबंदा, नेहा कक्कड़, नुसरत भरुचा और कृष्णा अभिषेक जैसी प्रसिद्ध हस्तियां शामिल थीं। बताया जा रहा है कि इन मशहूर हस्तियों को शादी में प्रोग्राम पेश करने के लिए पेमेंट किया गया था। माना जा रहा है कि ईडी उनको पेमेंट के बाबत पूछताछ के लिए तलब कर सकती है।
3. रणबीर कपूर से ईडी पूछताछ: बॉलीवुड एक्टर रणबीर कपूर को ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप मामले में 4 अक्टूबर को ईडी ने तलब किया था। ऐप के लिए सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर रणबीर कपूर को कथित तौर पर प्रचार गतिविधियों के लिए पेमेंट किया गया था। उन्हें 10 अक्टूबर को जांच एजेंसी के सामने पेश होना है।
4. महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप स्कैम: सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल, महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग एप्लिकेशन के प्रमुख व्यक्ति हैं। इन पर अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों के लिए रास्ता बनाने का आरोप है। ऐप की वर्तमान में ईडी और विभिन्न राज्य पुलिस विभागों द्वारा जांच चल रही है।
5. मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क: ईडी ने ऑनलाइन बुकिंग ऐप से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल व्यक्तियों की पहचान करने में महत्वपूर्ण प्रगति की है। कोलकाता स्थित विकास छपारिया को ऐप के लिए हवाला से संबंधित गतिविधियों की देखरेख करने के लिए पाया गया था। छपारिया और उनके सहयोगी, गोविंद केडिया ने विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) मार्ग के माध्यम से भारतीय शेयर बाजार में पर्याप्त निवेश करने के लिए विभिन्न संस्थाओं का उपयोग किया। 2002 के मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत ईडी द्वारा 236.3 करोड़ रुपये मूल्य की नकद डेरिवेटिव और अन्य सिक्योरिटीज को जब्त कर लिया गया है। इस घोटाले ने न केवल महत्वपूर्ण वित्तीय अनियमितताओं को उजागर किया है बल्कि ऐसे प्लेटफार्मों को बढ़ावा देने में बॉलीवुड हस्तियों की भागीदारी पर भी सवाल उठाए हैं।
यह भी पढ़ें:
Explainer: दिल्ली शराब नीति मामले में AAP के संजय सिंह क्यों हुए अरेस्ट, घर पर ईडी ने डाला रेड