
Lord Venkateswara Swamy: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू (N Chandrababu Naidu) ने बताया है कि भगवान वेंकटेश्वर स्वामी के एक भक्त ने तिरुमाला मंदिर में भगवान को 121kg सोना दान करने का संकल्प लिया है। कुल सोना की कीमत करीब 140 करोड़ रुपए है। सीएम ने बताया कि एक अज्ञात भक्त अपनी आस्था के चलते नई कंपनी की स्थापना करते समय भगवान वेंकटेश्वर के पास आया था। भक्त ने कंपनी में अपने 60% शेयर बेच दिए हैं। इससे करीब 1.5 बिलियन डॉलर (13055 करोड़ रुपए से अधिक) की आमदनी हुई।
भक्त का मानना है कि भगवान वेंकटेश्वर की कृपा से उसे यह सफलता मिली है। इसके चलते उसने भगवान को अपनी संपत्ति का कुछ हिस्सा दान करने का फैसला किया। नायडू ने बताया कि मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति को प्रतिदिन लगभग 120kg सोने के गहनों से सजाया जाता है। इस बारे में पता चलने पर भक्त 121kg सोना दान करने के लिए आगे आए।
बता दें कि तिरुमला मंदिर सबसे अधिक दान पाने वाले मंदिरों में से एक है। इस साल मई में संजीव गोयनका ने 3.63 करोड़ रुपए मूल्य के हीरे जड़ित स्वर्ण आभूषण दान किए थे। जुलाई में चेन्नई के सुदर्शन एंटरप्राइजेज ने 2.5kg वजन का एक स्वर्ण शंख और चक्र भेंट किया था। इसकी कीमत 2.4 करोड़ रुपए है। इसके अतिरिक्त, रिटायर आईआरएस अधिकारी वाईवीएसएस भास्कर राव ने इस वर्ष की शुरुआत में मंदिर ट्रस्ट को 3.66 करोड़ रुपए की संपत्ति दी थी।
गौरतलब है कि तिरुमाला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर को भारत का सबसे अमीर मंदिर माना जाता है। रिपोर्ट्स के अनुसार तिरुमाला पहाड़ियों में स्थित इस मंदिर के पास करीब 3 लाख करोड़ रुपए की संपत्ति है। रोज यहां 50,000 से अधिक भक्त आते हैं। करोड़ों रुपए के चढ़ावे चढ़ाए जाते हैं। पैसे, सोने और बहुमूल्य वस्तुओं के माध्यम से इस मंदिर को हर साल करीब 1400 करोड़ रुपए मिलता है।
तिरुमाला मंदिर भगवान वेंकटेश्वर (विष्णु का एक रूप) को समर्पित है। इसे कलियुग वैकुंठ (कलियुग में भगवान विष्णु का निवास) भी कहा जाता है। यह अपने आध्यात्मिक वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। यहां बहुत भीड़ रहती है। मंदिर का प्रबंधन तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) द्वारा किया जाता है। यह दर्शन और अन्य सेवाओं के लिए बुकिंग की देखरेख करता है।