2 Crore Scam: हरियाणा बिजली विभाग में दो करोड़ का फ्रॉड, एक्सईएन और क्लर्क नपे

2 Crore Scam: हरियाणा बिजली विद्युत निगम में दो करोड़ का घोटाला सामने आया है। मामले में एक्सईएन औऱ बिलिंग क्लर्क को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। 

Yatish Srivastava | Published : Jul 7, 2023 11:35 PM IST

नेशनल डेस्क। हरियाणा बिजली विभाग में 2 करोड़ का घोटाला सामने आया है। पुलिस ने मामले में बिजली विभाग के एक्सईन और बिलिंग क्लर्क को गिरफ्तार किया है। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया था जिसके बाद इन्हें तीन दिन की रिमांड पर भेजा गया है। घोटाले में कई और अधिकारियों के शामिल होने संभावना है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

गिरफ्तार बिजली विभाग के तत्कालीन एक्सईएन को पानीपत में पेंशन फ्रॉड मामले में पहले ही बर्खास्त किया जा चुका है। वह मामला भी कोर्ट में चल रहा है। वहीं बिलिंग क्लर्क को बिजली विभाग ने निलंबित कर दिया है। हरियाणा बिजली निगम में होने वाले कार्यों के नाम पर दो करोड़ रुपये के गबन का आऱोप है।

ये भी पढ़ें. 4 मोबाइल, 5 सिम कार्ड और फर्जी आधार कार्ड..ऐसे धराया 70 लाख का गबन करने वाला BSF कॉन्सटेबल

एक्सईएन औऱ बिलिंग क्लर्क गिरफ्तार
हरियाणा बिजली निगम की ओर से होने वाले काम के नाम पर दो करोड़ रुपये के गबन का मामले में एक्सईन कुलवंत सिंह और बिलिंग क्लर्क राजबीर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डीएसपी जगाधरी अभिलक्ष जोशी ने बताया कि जब किसी फर्म को पैसा जारी किया जाता है तो उसमें उस बजट में किए जाने वाले कार्य के दस्तावेज लगाए जाते हैं। बिजली निगम कीअलग-अलग ब्रांच इन दस्तावेज की जांच करती है। सब फाइनल होने के बाद एक्सईएन के सरकारी मोबाइल नंबर पर ओटीपी आता है और पैसा जारी होता है।

ये भी पढ़ें. अल्पसंख्यक छात्रों का पैसा गबन कर करोड़पति बन गए अफसर, मदरसों में सेटिंग कर किया था घोटाला

दो करोड़ रुपये का गबन
एक्सईएन और बिलिंग क्लर्क की मिलीभगत से दो करोड़ का गबन किया गया है। फर्जी दस्तावेज लगाकर पैसा निकाला गया। इस मामले में जांच अभी चल रही है। जो भी अन्य अफसर औऱ कर्मचारी घोटाले में शामिल होंगे उन सभी को गिरफ्तार  किया जाएगा। 

मामला हरियाणा के यमुनापुर ससौली रोड स्थित फर्म एसबी रोडलाइन के पास का है. यहां बिजली निगम के ऑफिसों का ठेका होता था। वर्ष 2021-22 और वर्ष 2022-23 के डॉक्यूमेंट्स की जांच में सामने आया कि दफ्तर में में फर्जी पेपर्स जमा किए गए थे और दो करोड़ एक लाख 28 हजार रुपये का पेमेंट कराया गया था।

Share this article
click me!