तीन राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की जीत के बाद डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म पर अपनी टिप्पणी को लेकर नई बात कही है। अब स्टालिन कह रहे हैं कि बीजेपी ने बयान को ट्विस्ट किया।
Udayanidhi Stalin. सनातन धर्म पर कमेंट करके चारों तरफ से आलोचनाओं का शिकार हुए उदयनिधि स्टालिन ने नई बात कही है। तीन राज्यों में भाजपा की जीत के बाद स्टालिन ने कहा कि बीजेपी ने उनके बयान को तोड़-मरोड़कर जनता के सामने पेश किया। स्टालिन ने कहा कि बीजेपी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार और पीएम मोदी ने बयान को ट्विस्ट करके जनता के सामने रखा, जिसकी वजह से पूरा देश इस बहस में उलझ गया।
डीएमके यूथ विंग को किया संबोधित
तमिलनाडु के करूर में डीएमके यूथ विंग कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्टालिन ने कहा कि बीजेपी ने यहां तक कहा कि मैं सनातन धर्म का पालन करने वालों का नरसंहार करना चाहता हूं, जो कि मैंने कहा ही नहीं। उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को मच्छर, मलेरिया, डेंगू, कोरोना जैसी बीमारियों से तुलना की थी और कहा था कि जैसे इन बीमारियों को जड़ से उखाड़ फेंकने की जरूरत होती है, वैसे ही सनातन धर्म को भी जड़ से उखाड़ फेंकना चाहिए। इस कमेंट पर स्टालिन ने कहा कि मैंने चेन्नई में करीब 3 मिनट का कांफ्रेंस अटेंड किया था और मैंने कहा था कि सभी को एक बराबर समझना चाहिए, छोटा या बड़ा नहीं। मैंने कहा कि गैर बराबरी को खत्म किया जाना चाहिए लेकिन बीजेपी ने इस बयान को ट्विस्ट करके सबके सामने रखा।
उदयनिधि स्टालिन ने अब क्या कहा
स्टालिन ने आगे कहा कि कुछ साधू-संतों ने तो मेरी गर्दन काटने पर 5 से 10 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया। अब यह मैटर कोर्ट में है और मैं कानून का पालन करता हूं। मुझसे कहा गया कि अपने बयान पर माफी मांगू लेकिन मैंने मना कर दिया। मैंने कहा कि मैं स्टालिन का बेटा हूं। कलिंगर का नाती हूं और अपनी विचारधारा से कभी समझौता नहीं करूंगा। जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी स्टालिन ने अपने बयान पर स्पष्टीकरण जारी किया था और सोशल मीडिया पर शेयर भी किया था।
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