Hate Speech पर Nitin Gadkari बोले-नफरती बयानों पर ध्यान नहीं देना चाहिए, कानून अपना काम करें

स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) ने शिकागो (Chicago) में धार्मिक सम्मेलन में यह कहा कि हमारा धर्म सहिष्णुता, सादगी, समावेश पर आधारित है, हम विस्तारवादी नहीं हैं। दुनिया के हर हर किसी व्यक्ति, हर जीवित प्राणी का हम अच्छा चाहते हैं। यह हमारी विरासत और हमारा दृष्टिकोण है।

Asianet News Hindi | Published : Jan 8, 2022 12:43 PM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कहा है कि हरिद्वार (Haridwar) और दिल्ली (Delhi) में धार्मिक सम्मेलनों (Dharm Sansad) में हाल में नफरत भरे भाषणों (Hate Speech) को कोई महत्व नहीं दिया जाना चाहिए। ऐसे मामलों में, कानून को अपना काम करने दिया जाना चाहिए। गडकरी एक न्यूज चैनल को स्पेशल इंटरव्यू दे रहे थे। इस मामले में अब तक पांच लोगों का नाम लिया गया है, जहां मुसलमानों के खिलाफ हथियार और नरसंहार के लिए खुले तौर पर कॉल जारी किए गए थे।

क्या कहा नीतिन गडकरी ने‌?

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केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी ने कहा कि उनके विचार में स्वामी विवेकानंद (Swami Vivekanand) ने शिकागो (Chicago) में धार्मिक सम्मेलन में यह कहा कि हमारा धर्म सहिष्णुता, सादगी, समावेश पर आधारित है... हमारे राजाओं ने कभी किसी की पूजा की जगह नहीं तोड़ी। हम विस्तारवादी नहीं हैं। दुनिया के हर हर किसी व्यक्ति, हर जीवित प्राणी का हम अच्छा चाहते हैं। यह हमारी विरासत और हमारा दृष्टिकोण है। उन्होंने कहा कि इसलिए जो भी इसके खिलाफ जाता है वह हमारा दृष्टिकोण नहीं है। इसे नकार दिया जाना चाहिए और कोई महत्व नहीं दिया जाना चाहिए।

क्या ऐसे मामलों में कार्रवाई की जानी चाहिए?

यह पूछे जाने पर कि क्या ऐसे मामलों में कार्रवाई की जानी चाहिए, जहां दरार और सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास किया जाता है, उन्होंने कहा कि कानून को अपना काम करना चाहिए। उन्होंने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ नारे का आह्वान करते हुए कहा कि हमें सहिष्णु रहना चाहिए, सभी धर्मों का सम्मान करना चाहिए, किसी की भावनाओं को आहत नहीं करना चाहिए और सभी को आगे बढ़ाना चाहिए।

बुल्ली ऐप पर क्या बोले गडकरी?

मुस्लिम महिलाओं की 'नीलामी' करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली बुल्ली बाई ऐप पर उनके विचारों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, "कुछ व्यक्तियों के कार्यों को समाज के प्रतिबिंब के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कानून अपना काम करेगा।

100 प्रतिशत गलत

इस विचार के बारे में पूछे जाने पर कि ऐसे मामलों में सत्तारूढ़ सरकार द्वारा कार्रवाई की कमी नफरत के माहौल को पनपने दे रही है, श्री गडकरी ने कहा कि यह 100 प्रतिशत गलत है। हमने कभी भी इस तरह के भेदभाव का समर्थन नहीं किया है। न ही हम इसे पहचानते हैं, न ही हम इसका सम्मान करते हैं।

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