IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जम्मू-कश्मीर व मणिपुर-नागालैंड की रिपोर्ट सरकार को सौंपी;दी थीं ये सौगातें

IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जम्मू-कश्मीर के अलावा मणिपुर-नागालैंड की अपनी विजिट रिपोर्ट सरकार का सौंप दी है। बात दें कि मंत्री 16-18 सितंबर तक मणिपुर-नागालैंड, जबकि 24 से 25 सितंबर तक जम्मू-कश्मीर की ऑफिशियल विजिट पर गए थे।

Amitabh Budholiya | Published : Oct 9, 2021 3:29 AM IST / Updated: Oct 09 2021, 09:21 AM IST

नई दिल्ली. केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर (Rajeev Chandrasekhar) ने जम्मू-कश्मीर और मणिपुर-नागालैंड की अपनी आफिशियल विजिट की रिपोर्ट तैयार करके केंद्र सरकार को सौंप दी है। मोदी सरकार में मंत्री बनने के बाद चंद्रशेखर की यह दोनों राज्यों में पहली आफिशियल विजिट थी। इसका मकसद वहां के डेवलपमेंट की दिशा में जमीन हकीकत का मुआयना करके उन्हें और बेहतर बनाने को लेकर स्थानीय लोगों के सुझाव और प्लानिंग पर फोकस करना है।

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म्मू-कश्मीर में चल रहे प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी
केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने जम्मू और कश्मीर के 2 दिवसीय आधिकारिक दौरे पर श्रीनगर, बडगाम और बारामूला का दौरा किया था। यहां पर उनका आगमन केंद्र सरकार द्वारा शुरू किए गए एक आउटरीच कार्यक्रम का हिस्सा था। इसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ना और जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार की विभिन्न योजनाओं के कार्यान्वयन की निगरानी करना है।

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अपनी यात्रा के दौरान चंद्रशेखर ने बडगाम जिले में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन किया था। उन्होंने छात्रों, आदिवासियों, पीआरआई सहित अन्य लोगों से मुलाकात की और 790 करोड़ रुपये के चल रहे विकास कार्यक्रमों की गति पर निगाह रखने के लिए बडगाम जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठकें की थीं। उन्होंने बडगाम जिले में छात्रों, किसानों, बागवानों, आदिवासियों, पंचायती राज संस्थाओं, कौशल प्रशिक्षकों, व्यापारी संघों, फल उत्पादक संघ और युवा क्लबों सहित अन्य लोगों से मुलाकात की थी। उन्होंने जिला प्रशासन के अधिकारियों की उपस्थिति में उनकी आकांक्षाओं और अपेक्षाओं के बारे में जानने के लिए उनसे बातचीत की।

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दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी...
चंद्रशेखर ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण के बारे में लोगों से चर्चा की थी और कहा कि "दिल की दूरी और दिल्ली की दूरी को कम करने के प्रधानमंत्री के आह्वान ने जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ सीधा जुड़ाव स्थापित किया है"। इसके परिणामस्वरूप ही जम्मू-कश्मीर के इतिहास में एक अभूतपूर्व पैमाने के बड़े स्तर पर सरकारी आउटरीच कार्यक्रम संचालित हुआ है। बता दें कि अक्टूबर 2019 से पहले जम्मू-कश्मीर के लिए सिर्फ एक मंत्री काम करता था, लेकिन अब 77 मंत्री जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा के लिए चौबीसों घंटे कार्य कर रहे हैं।

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रोजगार के मुद्दे पर फोकस
चंद्रशेखर ने बारामूला के मीरगुंड पट्टन में पारंपरिक शिल्प क्लस्टर का दौरा किया था और उन्हें हस्तशिल्प एवं कालीन क्षेत्र कौशल परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी द्वारा इस क्षेत्र के विकास तथा संभावनाओं के बारे में जानकारी दी गई। चंद्रशेखर ने चल रहे प्रशिक्षण कार्यक्रमों की सराहना की और पारंपरिक कौशल तथा शिल्प कौशल को बढ़ावा देने के लिए रेन्द्र मोदी सरकार की प्रतिबद्धता से सभी को अवगत कराया। उन्होंने बडगाम जिले में कौशल विकास पर एक नई पायलट परियोजना की भी घोषणा की थी, जिसका उद्देश्य पारंपरिक एवं विरासत हस्तशिल्प को बढ़ावा देना और उन्हें बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए उद्योगों से जोड़ना है। सेक्टर स्किल काउंसिल के प्रशिक्षुओं और अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए चंद्रशेखर ने कहा था कि "इन हस्तशिल्प के निर्यात को वर्तमान मूल्य के 10 गुना तक बढ़ाने के लिए एक रोडमैप तैयार किया जाना चाहिए और यह स्थानीय युवाओं की अपार प्रतिभा और कौशल को देखते हुए बहुत ही आसानी प्राप्त करने योग्य है।

दरगाह के किए थे दर्शन
इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री ने अपने 2 दिवसीय दौरे की शुरुआत हजरत शेख उल आलम की दरगाह के दर्शन करके की थी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग द्वारा 11.30 करोड़ रुपए की लागत से चरारीशरीफ में स्थापित नए उप जिला अस्पताल का लोकार्पण किया था। यह अस्पताल आसपास के गांवों और चरारीशरीफ कस्बे को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करेगा। उन्होंने चरारीशरीफ से बाटापोरा हापरू तक एक सड़क को उन्नत बनाने की आधारशिला भी रखी थी, जिससे स्थानीय सड़क संपर्क में सुधार होगा।

और भी कई प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी
मंत्री ने अपनी विजिट के दौरान बताया था कि जिले के लिए 790 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की योजना बनाई गई है। हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि सरकार भी केंद्र शासित प्रदेश के लिए घोषित नई औद्योगिक नीति 2021-30 के तहत आगामी 3 वर्षों में लगभग 50,000 करोड़ रुपये के नए निवेश की उम्मीद कर रही है। 

मणिपुर- नागालैंड को भी दी थीं कई सौगातें
IT राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर 16-18 सितंबर तक मणिपुर-नागालैंड की ऑफिशियल विजिट पर गए थे। यहां उन्होंने कई प्रोजेक्ट की समीक्षा की थी। राज्य मंत्री (MoS) राजीव चंद्रशेखर ने कोहिमा में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया (STPI) का उद्घाटन किया था। यह एसटीपीआई का 61वां और नागालैंड में पहला केंद्र है। विजिट के दौरान मंत्री ने आजीविका संवर्धन के लिए कौशल अधिग्रहण और ज्ञान जागरूकता (संकल्प) के तहत आदिवासी महिलाओं के लिए कौशल उन्नयन केंद्र(skill upgradation center) का दौरा किया था। चंद्रशेखर ने दीमापुर में हस्तशिल्प उद्योग क्लस्टर का भी दौरा किया था।

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