सार

PM मोदी को मिले गिफ्ट्स और स्मृति-चिन्हों के ई-ऑक्शन (E Auction) के तहत टोक्यो ओलंपिक(Tokyo Olympics) में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा का भाला डेढ़ करोड़ रुपए में नीलाम हुआ है।
 

नई दिल्ली. PM मोदी को मिले गिफ्ट्स और स्मृति-चिन्हों का ई-ऑक्शन(ऑनलाइन नीलामी) 7 अक्टूबर को खत्म हो गई। यह 17 अक्टूबर से शुरू हुई थी। इस नीलामी में टोक्यो ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज चोपड़ा का भाला(javelin) सबसे अधिक कीमत यानी डेढ़ करोड़ रुपये में नीलाम हुआ। वहीं, भवानी देवी के ऑटोग्राफ वाली फेंसिंग की तलवार सवा करोड़ में बिकी। इन चीजों की नेशनल गैलरी ऑफ माडर्न आर्ट में प्रदर्शनी लगाई गई थी। इनमें मोदी को मिले 1348 गिफ्ट्स शामिल थे।

यह भी पढ़ें-वर्ल्ड रेसलिंग चैंपियनशिप में भारत की बेटी का जलवा, पहली बार भारत को दिलाया मैडल

मोदी से मिलने खिलाड़ियों ने अपने खेल सामान गिफ्ट किए थे
टोक्यो ओलंपिक में भारत का गौरव बढ़ाने वाले खिलाड़ियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की थी। इसी दौरान नीरज चोपड़ा ने अपना भाला मोदी को गिफ्ट किया था। नीरज के भाले की ऑनलाइन स्टोर्स में कीमत 80 हजार रुपए है, लेकिन बोली डेढ़ करोड़ रुपए लगी है। ब्रॉन्ज मेडल जीतने वाली पीवी सिंधु के रैकेट की कीमत 80 लाख रुपए लगी। टोक्यो पैरालिंपिक गेम्स के खिलाड़ियों के ऑटोग्राफ किए हुए ड्रेस की नीलामी 1 करोड़ रुपए में लगी। पैरालिंपिक में ही जेवलिन में गोल्ड मेडल जीतने वाले सुमित अंतिल के भाले पर 1.002 करोड़ रुपए लगे।

यह भी पढ़ें-कप्तानों को पछाड़ आगे निकले युवा खिलाड़ी, IPL के दूसरे चरण में फेल रहे ये 6 कैप्टन

8 बार की चैम्पियन रह चुकी हैं
भवानी देवी तलवारबाजी में 8 बार राष्ट्रीय चैंपियन रहीं। ओलंपिक में अपना पहला मुकाबला जीत कर इतिहास रचने वाली भवानी के भारत लौटने पर प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनका स्वागत किए जाने के अवसर पर उन्होंने वह तलवार; जिससे अपना मुकाबला जीता था, प्रधानमंत्री को भेंट कर दी थी। तमिलनाडु की रहने वाली भवानी देवी का पूरा नाम है चडलवादा आनंद सुंदररमन भवानी देवी। उन्होंने अपने खेल करियर की शुरुआत 2003 में की। तलवारबाजी से उनका दूर-दूर का कोई रिश्ता नहीं था। दरअसल वे जब स्कूल के खेलों में हिस्सा लेने पहुंचीं, तो खेलों के लिए सभी क्लास से छह-छह बच्चों के नाम लिए जा रहे थे। जब भवानी अपना नाम लिखवाने पहुंचीं, तो सभी खेलों में बच्चों का चयन हो चुका था। सिर्फ तलवारबाजी में किसी बच्चे ने नाम नहीं लिखवाया था। भवानी ने इस नये गेम में नाम लिखवाया और ट्रेनिंग शुरू कर दी। बाद में उन्होंने इसी खेल पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया।

91 लाख में बिके लवलीना के बॉक्सिंग ग्लव्ज
बॉक्सिंग में ब्रॉन्ज मेडल जीतने वालीं लवलीना बोर्गोहेन (Indian boxer Lovlina Borgohain) के बॉक्सिंग ग्लव्ज की बोली 90 लाख में लगी। इन्होंने टोक्यो ओलंपिक में महिलाओं के लिए वेल्टरवेट (64-69 किग्रा) वर्गीकरण सेमीफाइनल में कांस्य पदक जीतकर देश को गौरव के साथ प्रफुल्लित कर दिया था। वह टोक्यो ओलंपिक में जीतने वाली तीसरी भारतीय मुक्केबाज बन गईं। इन बॉक्सिंग ग्लव्स का इस्तेमाल लवलीना बोर्गोहेन ने किया था। ये नीले रंग के हैं और नीचे तरफ स्ट्रैप्ड हैंडल हैं। इस पर खुद खिलाड़ी ने हस्ताक्षर किए हैं। लवलीना ओलंपिक में भारत की ओर से मेडल जीतने वाली तीसरी बॉक्सर और दूसरी महिला बॉक्सर हैं।

नमामि गंगे के संरक्षण पर खर्च होगी राशि
पीएम मोदी ने अपने मिले गिफ्ट्स को नमामि गंगे के लिए ई-ऑक्शन का निर्णय लिया है। नमामि गंगे मिशन के माध्यम से मां गंगा के संरक्षण के लिए कार्य किया जा रहा है। इसकी घोषणा पीएम मोदी के जन्मदिन पर की गई थी। इससे पहले भी प्रधानमंत्री को मिलने वाले उपहारों की नीलामी होती रही है। आखिरी बार साल 2019 में ऐसा ऑक्शन हुआ था। पिछली बार नीलामी में सरकार ने 15 करोड़ 13 लाख रुपये हासिल किए थे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में वह पूरी राशि गंगा को स्वच्छ और निर्मल बनाने हेतु 'नमामि गंगे कोष' में जमा की गई थी। इस बार भी ऑक्शन से मिलने वाली राशि 'नमामि गंगे कोष' को प्रदान की जाएगी।

यह भी पढ़ें-धोनी से लेकर पांड्या तक, इन 7 खिलाड़ियों ने फिल्मी स्टाइल में प्रपोज कर अपनी पार्टनर को बनाया हमसफर