मुस्लिमों की आबादी बढ़ने पर राजीव चंद्रशेखर ने जताई चिंता, कहा-भारत के भविष्य पर इसका गंभीर असर होगा

Published : May 09, 2024, 04:24 PM ISTUpdated : May 09, 2024, 11:12 PM IST
Rajeev Chandrasekhar

सार

बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि केवल मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या में वृद्धि और अन्य समुदायों की संख्या में कमी की प्रवृत्ति एक गंभीर मुद्दा है।

Rajeev Chandrasekhar on Muslim demography: केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने देश की जानसांख्यिकी रिपोर्ट पर चिंता जताई है। बीजेपी नेता राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि केवल मुस्लिम समुदाय की जनसंख्या में वृद्धि और अन्य समुदायों की संख्या में कमी की प्रवृत्ति एक गंभीर मुद्दा है। यह कई महत्वपूर्ण सवाल खड़े करता है जोकि भविष्य के भारत के लिए चिंताजनक है।

क्या कहा राजीव चंद्रशेखर ने?

केंद्रीय राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि केवल मुस्लिम समुदाय द्वारा अन्य समुदायों को पछाड़ने और जनसांख्यिकी में बदलाव करने की यह प्रवृत्ति एक गंभीर मुद्दा है और इससे कई महत्वपूर्ण प्रश्न उठते हैं जिन्हें पूछे जाने और उत्तर दिए जाने की आवश्यकता है? उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद कई सवाल खड़े हो रहे हैं। इस प्रवृत्ति में अवैध आप्रवासन और/या धर्मांतरण इसमें क्या भूमिका निभा रहा है? क्या यह ईसाई, सिख, जैन आदि जैसे अन्य अल्पसंख्यकों को बाहर कर रहा है? यदि कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देती है तो इस जनसंख्या वृद्धि का ओबीसी, एससी और एसटी के विकास और अवसरों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? उन्होंने कहा कि भारत के भविष्य के लिए सभी महत्वपूर्ण प्रश्न। इस पर देश की जनता को विचार करना होगा।

 

 

ईएसी-पीएम रिपोर्ट...

प्रधान मंत्री की सलाहकार परिषद (ईएसी-पीएम) के एक हालिया पेपर में धार्मिक जनसंख्या आधारित रिपोर्ट पेश की गई है।'धार्मिक अल्पसंख्यकों की हिस्सेदारी: एक क्रॉस-कंट्री विश्लेषण (1950-2015)' शीर्षक वाले पेपर में यह दावा किया गया है कि भारत में 1950 और 2015 के बीच हिंदू आबादी की हिस्सेदारी में 7.82 प्रतिशत की कमी आई जबकि मुसलमानों की हिस्सेदारी में 43.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आबादी में जैनियों की हिस्सेदारी 1950 में 0.45 प्रतिशत से घटकर 2015 में 0.36 प्रतिशत हो गई है। बहुसंख्यक हिंदू आबादी का हिस्सा 1950 और 2015 के बीच 7.82 प्रतिशत कम हो गया (84.68 प्रतिशत से 78.06 प्रतिशत)। 1950 में मुस्लिम आबादी का हिस्सा 9.84 प्रतिशत था और 2015 में बढ़कर 14.09 प्रतिशत हो गया। उनकी हिस्सेदारी में 43.15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

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