केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि अब छोटे शहरों से भी नये स्टार्टअप्स उभरकर आएंगे। AI की दुनिया में युवाशक्ति को आगे बढ़ने का मौका मिलेगा।
नई दिल्ली। केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी, कौशल विकास एवं उद्यमिता और जल शक्ति राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने बुधवार को कहा कि देश में अब छोटे शहरों से भी नये स्टार्टअप्स उभरकर आएंगे।
आईटी राज्यमंत्री की मौजूदग में बुधवार को इंटरनेशनल सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड टेक्नोलॉजी (आईक्रिएट) और माइक्रोसॉफ्ट ने एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इसका मकसद भारत में एआई स्टार्टअप को बढ़ावा देना है। माइक्रोसॉफ्ट और आईक्रियेट के बीच एमओयू पर हस्ताक्षर के साथ इनकी साझेदारी में इम्पेल प्रोग्राम का शुभारंभ किया गया। इससे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की दुनिया में नये-नये स्टार्टअप्स उभरेंगे और माइक्रोसॉफ्ट के साथ काम करेंगे।
मंत्री ने कहा कि आगामी दशक में जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इंडिया टेकेड कहा है उसमें स्टार्टअप्स की एक नई लहर आएगी और उसमें देश के छोटे शहरों से भी नये स्टार्टअप्स उभरकर आएंगे। उन्होंने कहा कि भारत आज दुनिया में एक बड़ी इनोवेशन इकॉनमी बनकर उभरा है और देश में स्टार्टअप्स की जो पहली लहर आई उसमें काफी सारे स्टार्टअप्स मुंबई, हैदराबाद, गुरुग्राम और चेन्नई जैसे शहरों से आए हैं।
आईटी राज्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विश्वास है कि आने वाले दिनों में जो स्टार्टअप्स आएंगे वो छोटे-छोटे शहरों से भी आएंगे। आज देखने को मिल रहा है कि सूरत, गांधीनगर, इंदौर, भोपाल, मेरठ, गाजियाबाद, कोहिमा से भी काफी सारे स्टार्टअप्स निकलकर आ रहे हैं।"
उन्होंने कहा इस एमओयू से आनेवाले वर्षों में हमारे युवाओं और हमारी युवाशक्ति को एआई की दुनिया में आगे बढ़ने का बहुत ही अच्छा मौका मिलेगा। राज्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीपीएआई समिट में कहा था कि भारत टेक्नोलोजी से लोगों के जीवन में बदलाव लाने वाला प्रमुख देश बन गया है। एआई का उपयोग करके कृषि, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और भाषानुवाद जैसे अनेक क्षेत्र में हम बड़ा बदलाव ला सकते हैं। हम बहुत ही फोकस तरीके से हेल्थ सेक्टर, एजुकेशन, एग्रीकल्चर एवं गवर्नेंस पर बल दे रहे हैं और एआई की शक्ति का उपयोग हम लोगों की भलाई के लिए करेंगे।"