UP Elections 2022: जिन्ना की तारीफ करके Controversy में घिरे अखिलेश यादव, अब कहा कि नहीं लड़ेंगे इलेक्शन

Published : Nov 01, 2021, 08:45 AM ISTUpdated : Nov 01, 2021, 03:10 PM IST
UP Elections 2022: जिन्ना की तारीफ करके Controversy में घिरे अखिलेश यादव, अब कहा कि नहीं लड़ेंगे इलेक्शन

सार

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ( UP Elections 2022) में पूरी जोर-आजमाइश कर रहे सपा चीफ अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ करके विवादों में फंस गए हैं। सरदार पटेल की जयंती पर हरदोई में अखिलेश ने जिन्ना की तारीफ कर डाली। वहीं, अब कहा है कि विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे।

हरदोई. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव ( UP Elections 2022) को लेकर समाजवादी विजय रथ लेकर निकले सपा प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) रास्ते में अपने विचारों से भटक गए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(RSS) को कोसने के चक्कर में अखिलेश यादव पाकिस्तान के जनक मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफों के पुल बांध बैठे। यूपी के हरदोई में समाजवादी विजय रथ लेकर पहुंचे अखिलेश यादव ने सरदार पटेल की जयंती पुष्प अर्पित किए। यहां सभा में वे जिन्ना को आजादी का नायक बता बैठे। इसके बाद भाजपा आक्रामक हो गई है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। इस बीच अखिलेश यादव ने एक बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि वे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। क्लिक करके पढ़ें पूरी बात

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जिन्ना आजादी के नायक
अखिलेश यादव ने रविवार को हरदोई में एक जनसभा में मोहम्मद अली जिन्ना की तारीफ करते हुए उनका भारत की आजादी में उल्लेखनीय योगदान बताया। अखिलेश ने कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्थान से पढ़े और बैरिस्टर। उन्होंने देश को आजादी दिलाई। जिन्ना को देश की आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करना पड़ा, लेकिन वे पीछे नहीं हटे। अखिलेश ने RSS का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि अगर कोई विचारधारा है, जिस पर प्रतिबंध लगाया गया था, तो लौह पुरुष सरदार पटेल थे, जिन्होंने प्रतिबंध लगाने का काम किया था। अखिलेश ने कहा कि आज जो लोग देश को एकजुट करने की बात कर रहे हैं, वे ही जाति-धर्म को बांट रहे।

अखिलेश का बयान शर्मनाक
मुरादाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा-मैं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव का कल वक्तव्य सुन रहा था, वह देश तोड़क जिन्ना से इस राष्ट्र को जोड़ने वाले सरदार वल्लभभाई पटेल की ​तुलना कर रहे थे, ये वक्तव्य अत्यंत शर्मनाक है। कल उनकी विभाजनकारी मानसिकता एक बार फिर सामने आ गई जब उन्होंने सरदार पटेल को जिन्ना के समकक्ष रखकर देश तोड़क जिन्ना को महिमामंडित करने का प्रयास किया। ये तालिबानी मानसिकता है जो हमेशा तोड़ने में विश्वास रखती है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। क्लिक करके विस्तार से पढ़ें

भाजपा हुई आक्रामक
अखिलेश यादव का वीडियो सामने आते ही भाजपा उन पर हमलावर हो गई है। उत्तर प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश के भाषण का वीडियो ट्वीट करके पूछा कि सरदार पटेल जी की जयंती पर अखिलेश यादव मोहम्मद अली जिन्ना का गुणगान क्यों कर रहे है? यूपी के जल शक्ति मंत्री डॉक्टर महेंद्र सिंह ने ट्वीट करके कहा कि सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती पर भी इनको अपने आदर्श जिन्‍ना याद आ ही गए। बीजेपी के राज्‍यसभा सदस्‍य और उत्‍तर प्रदेश के पूर्व DGP बृजलाल ने कहा कि अखिलेश यादव को पहले इतिहास पढ़ना चाहिए। जिन्ना हजारों हिंदुओं के कत्लेआम और देश के बंटवारे के जिम्मेदार हैं। सांसद ने यह भी कहा कि आपके पिताजी ने पटेल की जयंती के एक दिन पहले 30 अक्टूबर 1990 को अयोध्या में रामभक्तों पर गोली चलवाई थीं। तुष्टिकरण में इतना नीचे मत गिरो।

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सोशल मीडिया पर तीखे कमेंट्स
अखिलेश के बयान के बाद लोगों ने उनकी तीखी आलोचना की है।
#जिन्ना की बहुत याद आई
#जिन्ना ने देश को आजादी दिलाई-अखिलेश यादव, वोट के लिए और कितना नीचे जाना है नेता जी?
#सरदार वल्लभ भाई पटेल जी की जयंती और जिन्ना के कसीदे में नमाज़वादी कह रहे जिन्ना आज़ाद दिलाई। वाह रे.... हद कर दी तुष्टीकरण राजनीति की।

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