
US Detention centre: पंजाब (Punjab) के होशियारपुर (Hoshiarpur) जिले के 21 वर्षीय युवक दविंदर सिंह (Davinder Singh) को अमेरिका जाने की चाहत भारी पड़ी। वह Illegal Immigration के जरिए US Border पार कर रहे थे लेकिन अमेरिकी सुरक्षा बलों ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद US Detention Center में उनके साथ अमानवीय व्यवहार (Inhumane Treatment) किया गया। दविंदर सिंह अमेरिकी अधिकारियों के व्यवहार और डिटेंसन सेंटर को याद कर कांप उठते हैं।
Davinder Singh को 18 दिन तक US Detention Center में रहना पड़ा। उनको वहां सेंटर में ओढ़ने के लिए एक पतली चादर मिली जोकि वहां की ठंड के लिए नाकाफी थी। खाना उन लोगों को ऐसा मिलता था जोकि जानवर भी न खा सके। दविंदर बताते हैं कि अधपका खाना और बिना उचित कपड़ों के रहना पड़ा। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की तो किसी ने उनकी एक न सुनी। केवल उनकी ही यह हालत नहीं थी बल्कि वहां पकड़ कर लाए गए हर भारतीय के साथ ऐसा ही अमानवीय व्यवहार किया जाता था।
दविंदर ने बताया कि US Border Patrol द्वारा सिखों की पगड़ी (Turban) को कचरे में फेंक दिया गया। अमेरिकी अधिकारियों के व्यवहार को याद कर गुस्से में तमतमा जाते दविंदर सिंह ने बताया कि हमारे सामने सिखों की पगड़ियां कूड़ेदान में डाली जा रही थीं। यह देखकर बेहद दुख हुआ।
भोजन में सिर्फ जूस, चिप्स, अधपकी ब्रेड, अधपके चावल, स्वीट कॉर्न और खीरा दिया जाता था। शाकाहारी होने के कारण वह बीफ नहीं खा सकते थे, जिससे खाने की समस्या और बढ़ गई। 18 दिनों तक उन्हें वही कपड़े पहनने पड़े, जिससे स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होने लगीं।
दविंदर सिंह के परिवार ने 40 लाख रुपये खर्च कर उन्हें अमेरिका भेजा था लेकिन उनका सपना अधूरा रह गया। उन्हें अमेरिकी सैन्य विमान (Military Aircraft) से भारत भेज दिया गया। अमेरिका से लौटने के बाद दविंदर सिंह ने कहा कि अब वह अपने पिता के इलेक्ट्रॉनिक रिपेयर शॉप में काम करेंगे और यहीं अपने भविष्य की योजना बनाएंगे।
Donald Trump की Illegal Immigration पर सख्त नीति के तहत अब तक तीन बैच में भारतीयों को डिपोर्ट किया जा चुका है। एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में सवा सात लाख के आसपास भारतीय अवैध रूप से वहां रह रहे हैं। ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अब अवैध प्रवासियों को अरेस्ट कर उनको वापस भेजा जा रहा है। अवैध प्रवासियों की तीन खेप भारत आ चुकी है। अभी लगातार लोगों को अमेरिका वापस भेज रहा है।
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