ट्रम्प का दौरा कूटनीतिक तौर पर बड़ी कामयाबी, एफटीए, द्विपक्षीय कारोबार समेत भारत को होंगे 5 बड़े फायदे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24-25 फरवरी को भारत के दौरे पर रहेंगे। वे गुजरात के अहमदाबाद जाएंगे और आगरा के ताजमहल भी जाएंगे। अमेरिका का राष्ट्रपति दुनिया का सबसे ताकतवर नेता होता है। इतना ताकतवर कि कुछ भी फैसला लेने से पहले सोचने की जरूरत भी नहीं होती। वरिष्ट पत्रकार और विदेश मामलों के जानकार राकेश दुबे ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति के इस दौरे से भारत को 5 बड़े फायदे हो सकते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Feb 23, 2020 9:46 AM IST / Updated: Feb 23 2020, 04:44 PM IST

नेशनल डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 24-25 फरवरी को भारत के दौरे पर रहेंगे। वे गुजरात के अहमदाबाद जाएंगे और आगरा के ताजमहल भी जाएंगे। अमेरिका का राष्ट्रपति दुनिया का सबसे ताकतवर नेता होता है। इतना ताकतवर कि कुछ भी फैसला लेने से पहले सोचने की जरूरत भी नहीं होती। वरिष्ट पत्रकार और विदेश मामलों के जानकार राकेश दुबे ने बताया कि अमेरिका के राष्ट्रपति के इस दौरे से भारत को 5 बड़े फायदे हो सकते हैं।

1 मोदी-ट्रंप के संयुक्त बयान में एफटीए को लेकर स्पष्टता आएगी
 भारते के लिए ट्रम्प का दौरान कई मायनों में अहम है।  भारत और अमेरिका के बीच एक व्यापक मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) को लेकर बातचीत हो रही है। 25 फरवरी, 2020 को पीएम नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हैदराबाद हाउस में होने वाली आधिकारिक बातचीत में यह बहुत ही अहम मुद्दा रहेगा। दोनो देशों के प्रतिनिधियों के बीच इस बारे में पिछले कई महीनों से बात हो रही है। वैसे एफटीए वार्ता पर समझौता होने की संभावना संभवत: अक्टूबर, 2020 में होने वाली अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के बाद गठित होने वाली नई सरकार के कार्यकाल में ही संभव दिख रही है।

2 द्विपक्षीय कारोबार को हासिल करने की राह भी निकालेगा
माना जा रहा है कि आगामी समझौता भारत व अमेरिका के बीच 500 अरब डॉलर के द्विपक्षीय कारोबार को हासिल करने की राह भी निकालेगा। वर्ष 2014 में पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पीएम नरेंद्र मोदी की पहली मुलाकात में इसका लक्ष्य रखा गया था लेकिन उसके बाद इस दिशा में गंभीर कोशिश नहीं की गई। सनद रहे कि राष्ट्रपति ट्रंप ने बुधवार को यह बयान दिया है कि भारत अमेरिका के साथ कारोबारी क्षेत्र में अच्छा व्यवहार नहीं करता। उनका मकसद भारत की तरफ से अमेरिकी उत्पादों पर लगाये जाने वाले शुल्कों को लेकर है। इस बारे में सरकारी सूत्रों का कहना है कि जिन दिक्कतों की बात राष्ट्रपति ट्रंप ने कही है उसको लेकर विमर्श जारी है लेकिन इसके बावजूद दोनो देशों का द्विपक्षीय कारोबार 10 फीसद की रफ्तार से बढ़ रहा है।

3 भारतीय कृषि व तकनीकी उत्पादों का ज्यादा आयात करे अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत की यात्रा के दौरान  भारत की ये कोशिश रहेगी कि यहां के कृषि व तकनीकी उत्पादों का ज्यादा से ज्यादा व्यापार हो। भारतीय कृषि व तकनीकी उत्पादों का ज्यादा अमेरिका भारत से ही आयात करे।


4 कूटनीति में बड़ी कामयाबी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अमेरिका में हाउडी मोदी कार्यक्रम में जाते हैं। उनके साथ अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जाते हैं। राष्ट्रपति ट्रंप प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में न केवल शरीक होते हैं, बल्कि सभी प्रोटोकॉल तोड़कर रिश्ते को बड़ी ऊंचाई देते हैं। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति अब प्रधानमंत्री के बुलावे पर भारत आ रहे हैं।वह अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में हाउडी मोदी कार्यक्रम की तर्ज पर होने वाले समारोह में हिस्सा लेंगे। इस अनौपचारिक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके निजी संबंध की झलक मिलेगी।विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अफसर के अनुसार यह कोई छोटी घटना नहीं है। सूत्र का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी तरह की केमिस्ट्री चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बनाई है।

 5 अंतरराष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर भारत का बढ़ेगा प्रभाव
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रिश्ते की केमिस्ट्री का संदेश देगी। भारत भी इसे यही व्यापक रूप देने के पक्ष में है। इस यात्रा से द्विपक्षीय, क्षेत्रीय (दक्षिण एशिया, एशिया) और अंतरराष्ट्रीय स्तर की राजनीति पर प्रभाव डालेगी। इसका असर पाकिस्तान से सीमापार के आतंकवाद, पाकिस्तान से रिश्ते, अफगानिस्तान में तालिबान के साथ अमेरिकी पहल और वहां शांति की स्थापना समेत तमाम पहलुओं पर पड़ेगी।

 

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