नागरिकता कानून को लेकर चल रहे विवाद के बीच सरोद वादक पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता उस्ताद अमजद अली खान ने इसका समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने छात्रों को राजनीति से दूर रहने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने छात्रों से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है।
मुंबई. नागरिकता कानून को लेकर चल रहे विवाद के बीच सरोद वादक पद्म विभूषण पुरस्कार विजेता उस्ताद अमजद अली खान ने इसका समर्थन किया है। साथ ही उन्होंने छात्रों को राजनीति से दूर रहने की सलाह दी है। साथ ही उन्होंने छात्रों से पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहा है।
उस्ताद अमजद अली खान ने समाचार चैनल एबीपी से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने नागरिकता कानून के विरोध में यूनिवर्सिटी में हो रहे विरोध प्रदर्शनों पर भी राय रखी। उन्होंने कहा, हमारे जो छात्र हैं, उन्हें राजनीति नहीं अपनानी चाहिए। वे बेचारे फंस जाते हैं राजनीतिक पार्टियां उन्हें लक्ष्य से अलग कर देती हैं। उन्हें पढ़ाई लिखाई करनी चाहिए, जिससे उनका जीवन बन सके। हालांकि, उन्होंने इस दौरान किसी यूनिवर्सिटी का नाम नहीं लिया।
'हर धर्म को मोदीजी का प्यार मिले'
उस्ताद अमजद अली खान ने कहा, हमें पीएम मोदी पर भरोसा करना चाहिए। वे कुछ गलत नहीं करेंगे। जब उनसे पूछा गया कि नागरिकता कानून मजहब के आधार पर बांटने वाला है? तो उन्होंने जवाब दिया कि यह तो वक्त ही बताएगा। उन्होंने कहा, मुझे उम्मीद है कि हिंदुस्तान का पीएम देश के लिए अच्छा ही करेगा। मुझे उम्मीद है कि हर देशवासी को प्रधानमंत्री का आशीर्वाद मिले।
क्या है नागरिकता कानून?
भारत में पिछले साल के आखिरी में नागरिकता कानून पास हुआ था, इस कानून के तहत बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाले प्रताड़ित हिंदू, सिख, पारसी, बौद्ध, जैन और ईसाइयों को नागरिकता देने का प्रावधान है।
इस कानून के विरोध में भारत के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश, प बंगाल, असम, दिल्ली में कई जगहों पर हिंसक प्रदर्शन भी देखने को भी मिले।