मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत पहुंचे दिल्ली, जानें क्यों और कैसे उत्तराखंड में मची सियासी उथल-पुथल

उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिल्ली तलब किया गया। उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात की। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा के कई विधायकों की नाराजगी के चलते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी पर संकट मंडरा रहा है। 

Asianet News Hindi | Published : Mar 9, 2021 3:43 AM IST

नई दिल्ली. उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को दिल्ली तलब किया गया। उन्होंने जेपी नड्डा से मुलाकात की। कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा के कई विधायकों की नाराजगी के चलते सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की कुर्सी पर संकट मंडरा रहा है। 

राज्य से लौटने पर सौंपी रिपोर्ट
पार्टी के शीर्ष सूत्रों ने कहा कि चार मंत्रियों सहित कम से कम 10 भाजपा विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं। इसके अलावा दो केंद्रीय नेताओं, भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने कथित तौर पर पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट राज्य से लौटने पर सौंपी है। 

मंत्री और विधायकों ने खोला है मोर्चा
त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ कई मंत्रियों और विधायकों ने मोर्चा खोल दिया है, जिसे भाजपा आलाकमान ने गंभीरता से लिया है। शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह ने देहरादून आकर प्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक ली थी। इस दौरान नेतृत्व परिवर्तन से लेकर मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें रहीं। हालांकि, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने नेतृत्व परिवर्तन की अटकलों को खारिज कर दिया था। 

कौन ले सकता है रावत की जगह?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर सीएम बदलते हैं तो त्रिवेंद्र सिंह रावत की जगह पार्टी धन सिंह रावत या सतपाल महाराज का नाम आगे बढ़ा सकती है। लेकिन, अगर इन दोनों नेताओं पर सहमति नहीं बनी तो केंद्र की तरफ से नैनीताल लोकसभा सांसद अजय भट्ट और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी के नाम बढ़ाए जा सकते हैं। 

2017 में सत्ता में आने के बाद रावत को राज्य विधानसभा में 70 में से 57 सीटों पर जीत हासिल करने के बाद रावत ने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया था।

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