उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के बाहर आने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है।
Uttarakhand Tunnel rescue: उत्तराखंड के सिल्कयारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के बाहर आने का रास्ता लगभग साफ हो चुका है। एनडीएमए के सदस्य लेफ्टिनेंट जनरल सैयद अता हसनैन ने कहा कि मजदूरों के बाहर निकलने में अब तीन से चार घंटे लगेंगे। उन्होंने बताया कि टीम वहां तक लगभग पहुंच चुकी है।
रिटायर्ड ले.जन.सैयद अता हसनैन ने कहा: हम एक सफलता के करीब हैं लेकिन अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं। मैन्युअल काम जारी है और हम 58 मीटर तक पहुंच गए हैं। मलबा काट दिया गया है। काम पूरी रात चल रहा है। हमारे रैट होल माइनिंग एक्सपर्ट्स, टनल एक्सपर्ट और सेना के इंजीनियर युद्धस्तर पर काम पर लगे हुए हैं।
एक मजदूर को निकालने में कम से कम 3 से 4 मिनट
सैयद अता हसनैन ने कहा कि मजदूर मलबे के बीच से रेस्क्यू अधिकारियों की आवाज़ सुन सकते हैं। 41 कर्मचारी 3-4 घंटे में सुरंग से बाहर निकल जाएंगे। प्रत्येक व्यक्ति को बाहर निकालने में लगभग तीन से पांच मिनट लगेंगे।
एनडीएमए सदस्य ने कहा कि चिन्यालीसौड़ हवाई पट्टी पर चिनूक हेलीकॉप्टर मौजूद है। चिनूक हेलीकॉप्टर के उड़ान भरने का आखिरी समय शाम 4.30 बजे है। हसनैन ने कहा कि हम इसे रात के दौरान नहीं उड़ाएंगे। चूंकि देरी हो गई है इसलिए श्रमिकों को अगली सुबह लाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने किया यह दावा
इससे पहले उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुश् मजदूरों को बाहर निकालने का काम पूरा हो चुका है। जल्द ही सभी मजदूरों को बाहर निकाल लिया जाएगा। साइट पर मौजूद उत्तराखंड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि ड्रिलिंग पूरी हो गई है।
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