विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के चंडीगढ़ यूनिट ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में बजरंग दल को बदनाम करने के चलते 100 करोड़ रुपए मुआवजा देने की मांग की गई है।
नई दिल्ली। विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कानूनी नोटिस भेजा है। यह कार्रवाई कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2023 (Karnataka Assembly Election 2023) के लिए कांग्रेस द्वारा जारी घोषणा पत्र में बजरंग दल के खिलाफ बात करने के लिए की गई। वीएचपी ने कहा कि कांग्रेस ने बजरंग दल को बदनाम किया है। नोटिस में बजरंग दल की मानहानि के चलते 100 करोड़ रुपए के मुआवजे की मांग की गई है।
नोटिस VHP की चंडीगढ़ यूनिट और इसके यूथ विंग बजरंग दल द्वारा भेजा गया और 14 दिन में मुआवजे की मांग की गई। इस संबंध में शनिवार शाम तक कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया नहीं आई है।
कांग्रेस ने घोषणापत्र में कहा- बजरंग दल जैसे संगठनों पर लगाएंगे बैन
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणापत्र में कांग्रेस ने कहा है कि वह बजरंग दल और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे संगठनों के खिलाफ ठोस और निर्णायक कार्रवाई करेगी और ऐसे संगठनों पर "प्रतिबंध" लगाया जाएगा। कांग्रेस ने कहा था कि बजरंग दल और पीएफआई जैसे संगठन जाति व धर्म के आधार पर नफरत फैलाते हैं।
वीएचपी के वकील ने कहा-कांग्रेस ने PFI से की बजरंग दल की तुलना
वीएचपी के वकील साहिल बंसल ने कानूनी नोटिस में बताया कि कांग्रेस ने अपने घोषणापत्र के पेज नंबर 10 पर बजरंग दल का जिक्र किया है। बजरंग दल विश्व हिंदू परिषद की सहयोगी संस्था है। बंसल ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन से की। पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) जैसा आतंकी संगठन है।
बंसल ने कहा, "पीएफआई और सिमी अल कायदा व आईएसआईएस जैसे वैश्विक आतंकवादी संगठन से जुड़े आतंकवादी संगठन हैं।" बंसल ने दावा किया कि बजरंग दल "सार्वभौमिकता, सहिष्णुता, धार्मिक एकता, राष्ट्रीय अखंडता और भारत माता की सेवा में विश्वास करता है। बजरंग दल ऐसा करने के लिए भगवान राम और भगवान हनुमान से प्रेरणा लेता है। भगवान राम और हनुमान धर्म और सेवा के आदर्श अवतार हैं।