ये वीडियो इंडियन नेवी के कमांडो के ऑपरेशन का है। खाड़ी देशों से आने वाले तेल के जहाजों को भारतीय सीमा तक सुरक्षित लाने के लिए इन्हें तैनात किया गया है। वजह, अमेरिका और ईरान की तनाव से हमेशा युद्ध का खतरा मंडराता रहता है।
नई दिल्ली. भारत में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते रेट लोगों की चिंता का विषय बने हुए हैं। इसके पीछे लोग टैक्स को सबसे बड़ी वजह मानते हैं, लेकिन आपको पता है कि खाड़ी देशों से तेल भारत तक लाना इस समय कितना जोखिमपूर्ण हो चला है? खासकर; अमेरिका और ईरान के रिश्तों में तनाव के बाद। ये वीडियो खाड़ी देशों से भारत लाए जाने वाले तेल के सफर के दौरान जोखिम को दिखाता है। इस वीडियो में पैसेंजर का रेस्क्यू दिखाया गया है। लेकिन ठीक ऐसी ही पैनी नजर तेल के जहाजों पर रखनी पड़ती है।
हमेश सतर्क रहते हैं इंडियन नेवी के कमांडो
ये वीडियो भारतीय नौसेना(Indian Navy) के कमांडों के ऑपरेशन संकल्प के दौरान का है। दरअसल, फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी के रास्ते ही व्यापारिक जहाज भारत तक आते हैं। यह वीडियो तेल आपूर्ति के दौरान युद्धपोत INS तरकश पर तैनात कमांडों के अभ्यास को दिखा रहा है।
भारतीय झंडे वाले जहाजों को देखकर सतर्क हो जाते हैं कमांडो
जिन जहाजों पर भारतीय झंडा लगा होता है, उन्हें सुरक्षित भारतीय सीमा तक पहुंचाना इन कमांडो का दायित्व होता है। यहां भारतीय नौसेना ने युद्धपोत तैनात किए हैं, ताकि भारतीय जहाजों को सुरक्षा दी जा सके।
अमेरिकी-ईरान तनाव ने पैदा की ये स्थिति
13 जून, 2019 को ओमान की खाड़ी में दो तेल टैंकरों में विस्फोट हुआ था। तब से यह सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। जून, 2019 में पश्चिम अरब सागर, ओमान की खाड़ी और फारसी की खाड़ी में एक-एक युद्धपोत तैनात किया गया है। अमेरिका और ईरान के बीच तनाव के चलते अकसर युद्ध की स्थिति बन जाती है।
बता दें कि 2019-20 में भारत का 62 प्रतिशत तेल इसी रास्ते से आया है। यह करीब 66 बिलियन अमेरीकी डॉलर का व्यापार है।
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