Bengal Violence: जल रहा बंगाल, घर छोड़ भाग रहे हिंदू, भाजपा पर कीचड़ उछाल रहीं ममता बनर्जी

Published : Apr 16, 2025, 03:40 PM ISTUpdated : Apr 16, 2025, 03:57 PM IST
CM Mamata Banerjee meets affected teachers at Netaji Indoor Stadium

सार

वक्फ कानून पर बंगाल में हिंसक विरोध प्रदर्शन, तीन लोगों की मौत। दुकानों में लूटपाट, हिंदू परिवारों को निशाना बनाया गया। ममता बनर्जी ने अमित शाह पर लगाया आरोप।

Violence over Waqf law: लोकसभा और राज्यसभा से वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 पास हुआ तो कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुए। लोग सड़कों पर उतरे और अपनी नाराजगी जताई। कहीं, जरूरत हुई तो पुलिस ने सख्ती दिखाकर प्रदर्शनकारियों को हद पार करने से रोका और स्थिति नहीं बिगड़ी, लेकिन पश्चिम बंगाल में ऐसा नहीं हुआ।

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार वाले पश्चिम बंगाल में विरोध प्रदर्शन के नाम पर हिंसा की आग भड़काई गई। उपद्रवी सड़क पर तांडव करते रहे और पुलिस मार खाती रही, बचती रही। मुर्शिदाबाद में हिंसा के चलते तीन लोगों की मौत हो गई। उग्र भीड़ ने दुकानों को लूटा और हिंदू परिवारों को निशाना बनाया। इसके चलते यहां बहुत से हिंदू घर छोड़कर भाग रहे हैं।

ममता बनर्जी बोलीं- सुनियोजित थी वक्फ कानून को लेकर हिंसा

सीएम ममता बनर्जी ऐसे समय में राजनीति कर रहीं हैं। उन्होंने अपने राज्य में हुए हिंसा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को जिम्मेदार बताया है। कहा कि वक्फ कानून को लेकर हिंसा "सुनियोजित" थी। ममता ने कहा कि साजिश के तहत अमित शाह और BSF ने बंगाल में अशांति को बढ़ावा देने के लिए बांग्लादेशी बदमाशों की घुसपैठ कराई।

कोलकाता में मुस्लिम मौलवियों के साथ बैठक में ममता ने कहा कि उनकी पार्टी वक्फ कानून के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे है। उन्होंने शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने का आग्रह किया। ममता ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करती हूं कि उन्हें गृह मंत्री (अमित शाह) पर लगाम लगानी चाहिए। वह हमारे खिलाफ साजिश रचने के लिए सभी एजेंसियों का इस्तेमाल कर रहे हैं। जब मोदी जी नहीं रहेंगे तो क्या होगा?”

मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना में हिंसा में हुई तीन लोगों की मौत

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना जिलों में वक्फ कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई है। इसके चलते तीन लोगों की मौत हुई है। कई लोग घायल हुए हैं। मृतकों में एक बेटा और उसके पिता शामिल हैं। समशेरगंज में भीड़ ने पीट-पीटकर दोनों को मार डाला। राज्य सरकार ने मारे गए तीन लोगों के परिवारों को 10 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट के अनुसार, दंगों की शुरुआती जांच में बांग्लादेशी उपद्रवियों की संलिप्तता सामने आई है। जिन जिलों में हिंसा भड़की वे बांग्लादेश की सीमा से सटे हैं।

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