एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) इस समय पाकिस्तान-अफगानिस्तान के पास सक्रिय है। यह दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है। इसके असर से उत्तर-पश्चिमी राज्यों में धूलभरी आंधी चल सकती है। वहीं, IMD ने राहतभरी खबर दी है कि 5 मई तक टेम्परेचर में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है।
मौसम डेस्क. भीषण गर्मी से परेशान लोगों को कुछ दिन तक राहत मिल सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, 5 मई तक टेम्परेचर में बढ़ोतरी की संभावना नहीं है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) इस समय पाकिस्तान-अफगानिस्तान के पास सक्रिय है। यह दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है। इसके असर से उत्तर-पश्चिमी राज्यों में धूलभरी आंधी चल सकती है। इनकी गति 50 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है। पश्चिमी राजस्थान, विदर्भ के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में लू की स्थिति संभव है।
इन राज्यों में बारिश का अलर्ट
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department)के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, गंगीय पश्चिम बंगाल, बिहार के कुछ हिस्सों, झारखंड, ओडिशा, दक्षिण छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, केरल, आंतरिक तमिलनाडु, दक्षिण कर्नाटक, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है।
उत्तरी राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। जबकि विदर्भ और मध्य प्रदेश में छिटपुट हल्की बारिश हो सकती है।
इन राज्यों में लू की स्थिति रही
पश्चिमी राजस्थान के कई हिस्सों, हिमाचल प्रदेश में एक या दो स्थानों में लू से लेकर गंभीर लू की स्थिति महसूस की गई। जबकि विदर्भ, दिल्ली और पूर्वी मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में लू चलती रही।
इन राज्यों में होती रही बारिश
सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम के शेष हिस्सों, मणिपुर, आंतरिक ओडिशा, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों, केरल, आंतरिक तमिलनाडु और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के शेष हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
दक्षिण हरियाणा, पूर्वी राजस्थान और दक्षिण-पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश, धूल भरी आंधी और गरज के साथ बारिश की छिटपुट गतिविधियां देखी गईं।
लक्षद्वीप, तटीय कर्नाटक, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों, छत्तीसगढ़ और बिहार, तेलंगाना, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के एक या दो हिस्सों में हल्की बारिश दर्ज की गई।
इन वजहों से बदल रहा भारत का मौसम
स्काईवेट वेदर(skymetweather) के अनुसार, 4 मई को दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक चक्रवाती परिसंचरण(cyclonic circulation) बनने की संभावना है। इसके असर से 6 मई तक एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है, जो और तेज हो सकता है।
भारतीय मौसम विभाग(India Meteorological Department) के अनुसार, जम्मू-कश्मीर और आसपास के इलाकों में ताजा पश्चिमी विक्षोभ(western disturbance) देखा गया है। वहीं, प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-मध्य पाकिस्तान और राजस्थान के आसपास के हिस्सों पर सक्रिय है।
एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण-पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों पर प्रभावी है। उत्तर पश्चिमी राजस्थान से उत्तरी छत्तीसगढ़ तक एक ट्रफ रेखा बनी हुई है। जबकि एक और ट्रफ रेखा दक्षिण छत्तीसगढ़ से आंतरिक कर्नाटक तक फैली हुई है।
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